जयपुर एसीबी ने दो करोड़ की रिश्वत मामले में आरोपी एसओजी एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को आज अजमेर एसीबी न्यायालय में पेश किया है. जहां से न्यायाधीश द्वारा दिव्या मित्तल को 3 दिन की रिमांड पर सौंपा गया है.
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Divya Mittal on remand: जयपुर एसीबी ने दो करोड़ की रिश्वत मामले में आरोपी एसओजी एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को आज अजमेर एसीबी न्यायालय में पेश किया है. जहां से न्यायाधीश द्वारा दिव्या मित्तल को 3 दिन की रिमांड पर सौंपा गया है. इस दौरान दिव्या मित्तल से 5 स्थानों पर मिले दस्तावेजों के साथ ही रिश्वत प्रकरण को लेकर गहनता से पड़ताल की जाएगी. साथ ही उनके मोबाइल को भी जप्त किया गया है, जिससे विभिन्न जानकारियां निकल सकती है.
इन सभी विषयों को लेकर जयपुर एसीबी दिव्या मित्तल से कड़ी पूछताछ करेगी. अजमेर एसीबी न्यायालय में पेश करते समय बचाव पक्ष के वकील प्रीतम सिंह सोनी द्वारा भी कई तर्क रखे गए. उन्होंने कहा कि यह प्रकरण डेढ़ साल पुराना है और इसकी सभी जानकारियां तमाम अधिकारियों के पास मौजूद है.
वहीं इस प्रकरण से जुड़े सभी दस्तावेज पहले भी सामने आ चुके हैं. दिव्या मित्तल इस जांच के दौरान और बड़े खुलासे करने वाली थी लेकिन उन्हें टाइप के मामले में फंसाने का प्रयास किया जाना है. ऐसे में रिमांड लेने की कोई आवश्यकता नहीं है. इस तर्क के बाद एसीबी ने भी तमाम दस्तावेज बताते हुए बर्खास्त हुए आरोपी दिव्या मित्तल के दलाल सुमित कुमार के फरार होने की जानकारी दी.
इसके साथ ही अलग-अलग स्थानों पर पोस्टिंग के दौरान दिव्य मित्तल ने किस तरह से पद का दुरुपयोग करते हुए संपत्ति बनाई है इसका आकलन भी किया जाना है. साथ ही इस मामले में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दिव्या मित्तल से पूछताछ की जानी है. उनके पास मिले दस्तावेजों का भी सत्यापन करा कर अग्रिम कार्रवाई की जानी है. इसे लेकर 4 दिन का पीस रिमांड मांगा गया उसके बाद कुछ देर न्यायाधीश ने इस पूरी फाइल को देखते हुए एसीबी को 3 दिन के रिमांड लिए दिव्या मित्तल को सौंपा गया है.
अजमेर एसीबी के सरकारी वकील सत्यनारायण चितारा ने बताया कि इस पूरे प्रकरण को लेकर एसीबी द्वारा गहनता से पड़ताल की जा रही है. ऐसे में 3 दिन के रिमांड अवधि के दौरान सभी महत्वपूर्ण विषयों को लेकर जानकारी ली जाएगी. गौरतलब है कि अजमेर एसओजी में एडिशनल पद पर तैनात रही दिव्या मित्तल को जयपुर एसीबी ने सोमवार को अजमेर की एआजी स्थित उनके निवास स्थान फ्लैट नंबर 204 से गिरफ्तार किया था और उनके दफ्तर के साथ ही उदयपुर झुंझुनू और जयपुर में एक साथ दबिश देते हुए कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और अन्य सामग्रियां जब्त की गई है.
इस दौरान दिव्या मित्तल का मोबाइल भी एसीबी ने जप्त किया है. इस मोबाइल में कई महत्वपूर्ण जानकारियां हो सकती है. वहीं अन्य मोबाइल को लेकर भी एसीबी जांच में जुटी है. पूछताछ के बाद आगामी 20 जनवरी को एक बार फिर जयपुर एसीबी की ओर से अजमेर एसीबी न्यायालय में दिव्या मित्तल को पेश किया जाएगा. यह पूरा प्रकरण मई 2021 में दर्द हुए अजमेर और जयपुर मे पकड़ी गई 16 करोड़ की नशीली दवाओं के मामले से जुड़ा है.
इस मामले की जांच पहले अजमेर पुलिस की ओर से की जा रही थी, जहां अनियमितताएं पाई गई. जिसके चलते एक अधीक्षक सहित हिंदू थानाधिकारी पर प्रशासनिक कार्रवाई की गई. इसके बाद इसकी जांच एसओजी को सौंपी गई. एसओजी के अजमेर चौकी में तैनात सीआई को भी हटाया गया और इसकी जांच एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को सौंपी गई. इस जांच के दौरान दिव्या मित्तल द्वारा पूरी फाइल की जानकारी लेते हुए पड़ताल शुरू की गई लेकिन पुराने अधिकारियों के तहत दिव्या मित्तल पर भी रिश्वत का आरोप लगा हरिद्वार स्थित दवा कंपनी के मालिक को गिरफ्तार करने की धमकी देते हुए 2 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगा.
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जिसके बाद 5000000 में सौदा तय हुआ और 2500000 रुपए पहले और 2500000 रुपए बाद में देने की बात तय हुई और इसी दौरान यह रिश्वत प्रकरण सामने आया है. जिसे लेकर एसीबी को परिवादी ने शिकायत दी और 2500000 देते समय ट्रेप किया जाना था लेकिन यह ट्रैप फेल हो गया और इसके बाद कोर्ट से मुकदमा दर्ज करते हुए पांच जगह दबिश दी गई है.