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जयपुर: राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र हंगामे के साथ शुरू हुआ. भाजपा और आरएलपी विधायकों के हंगामे के कारण राज्यपाल ने अभिभाषण बीच में छोड़ दिया और उठकर चले गए. थोड़ी देर बाद फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई. इस दौरान हंगामा फिर से शुरू हुआ. अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने आरएलपी के तीन विधायकों को एक दिन के लिए निष्कासित कर दिया. 11 बजे जैसे सदन में राज्यपाल का अभिभाषण शुरू हुआ कि बीजेपी विधायकों ने पेपर लीक समेत अन्य मुद्दों पर हंगामा शुरू कर दिया.
स्पीकर ने तीन विधायकों को निष्कासित किया
विधानसभा स्पीकर जोशी ने सभी से शांत करने की अपील की, लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया खड़े होकर पेपर लीक का मुद्दा उठाया. इसके बाद बीजेपी और आरएलपी के नेताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी. इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधाते हुए कहा कि ये चुनाव तक इसी तरह धमाल-पट्टी करेंगे. इनके पास कहने को कुछ नहीं है?
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पेपर लीक मामले में लगातार कार्रवाई हो रही- सीएम गहलोत
राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार के विकास से जुड़े मसले थे, जिसे इन्हें सुनना नहीं था, इसलिए ये हंगामा शुरू कर दिया. पेपर लीक प्रकरण पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है. इस मामले को लेकर लगातार दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है. आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.
बीजेपी बेवजह हंगामा कर काम रोकना चाहती - सीएम गहलोत
अशोक गहलोत ने आगे कहा कि कई दूसरे स्टेट में भी पेपर लीक होते रहे हैं, हम चाहते हैं कि इस तरह की घटनाएं रुकें, लेकिन बीजेपी इस मामले को बेवजह तूल दे रही है. अशोक गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि यह चाहते हैं कि कांग्रेस सरकार ने जनहित के लिए जो काम कर रही है, वह नहीं करें, लेकिन बीजेपी की मंशा पूरी नहीं होगी. हमारी सरकार जनता से किए वादों को पूरा करके रहेंगे.
बीजेपी विधायकों ने पेपर लीक मुद्दे को सीबीआई से जांच की मांग की
दरअसल, राज्यपाल के अभिभाषण शुरू होते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं. युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. आप पर संविधान की रक्षा का दायित्व है, पर आप रोकने में पूरी तरह से विफल हैं. बीजपी विधायकों ने हंगामा करते हुए वेल में पहुंच गए और पेपरलीक मामले की सीबीआई जांच की मांग करने लगे. राज्यपाल ने 21 मिनट तक विपक्ष के हंगामे के बीच अभिभाषण पढ़ना शुरू किया, लेकिन हंगामा नहीं रुका, इसके बाद राज्यपाल अभिभाषण पूरा पढ़ बिने इसे बीच में ही छोड़ दिया. पिछली बार की तरह इस बार भी विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार रहने के आसार है. विपक्ष लगातार पेपर लीक को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है.