भाजपा बोर्ड वाले निकायों के साथ सरकार कर रही है दोहरा व्यवहार, कांग्रेस नेताओं की सिफारिश पर हो रहे काम
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भाजपा बोर्ड वाले निकायों के साथ सरकार कर रही है दोहरा व्यवहार, कांग्रेस नेताओं की सिफारिश पर हो रहे काम

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार भाजपा बोर्ड वाले निकायों के साथ दोहरा व्यवहार कर रही है. चुने हुए भाजपा के बोर्ड के कामों न केवल अडंगा डाल रही है, बल्कि उन्हें प्रताड़ित भी कर रही है.

भाजपा बोर्ड वाले निकायों के साथ सरकार कर रही है दोहरा व्यवहार, कांग्रेस नेताओं की सिफारिश पर हो रहे काम

जयपुर: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार भाजपा बोर्ड वाले निकायों के साथ दोहरा व्यवहार कर रही है. चुने हुए भाजपा के बोर्ड के कामों न केवल अडंगा डाल रही है, बल्कि उन्हें प्रताड़ित भी कर रही है. कांग्रेस विधायक चांदी कूट रहे हैं, वहीं हारे हुए कांग्रेस प्रत्याशियों की सिफारिश पर भी काम हो रहे हैं .

बीजेपी प्रदेश मुख्यालय पर प्रेसवार्ता में चतुर्वेदी ने कहा कि प्रदेश के जिन निकायों में भाजपा के बोर्ड हैं. उन निकायों के साथ सरकार दोहरा व्यवहार कर रही है. उन निकायों को राज्य सरकार की ओर से कोई आर्थिक मदद नहीं दी जा रही है. केंद्र सरकार से आने वाला पैसा ही उन्हें मिल पा रहा है. सरकार ने 4 साल में शहरी सरकारों की अनदेखी की है . शहरों में भी पार्षदों की बजाय कांग्रेस के हारे हुए विधायकों की सिफारिश पर काम करवाए जा रहे हैं.

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भाजपा बोर्ड वाले निकायों की स्थिति बदतर- अरुण चतुर्वेदी

राज्य सरकार शहरी निकायों को पंगु बनाने का काम कर रही है. डीएलबी और मंत्री निकायों को चला रहे हैं. निकायों को पैसा नहीं मिलता है, भाजपा बोर्ड वाले निकायों की स्थिति खराब है. कोटा में दूसरी निकायों के हिस्से का पैसा भी लगा दिया है. वित्त आयोग की सिफारिश के बाद भी पैसा नही मिला है. हमारी सरकार ने गौरव पथ शुरू किए थे, लेकिन मौजूदा सरकार ने बंद कर दिया. कई निकायों में कमेटियों का गठन नही हुआ. जयपुर में हेरिटेज में मंत्रियों की आपसी लड़ाई के चलते कमेटी नही बनी, जबकि उन्ही की सरकार है. जबकि ग्रेटर जयपुर में कमेटियां बना दी गई, लेकिन उन्हें अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं.

जनप्रतिनिधियों के अधिकार किए समाप्त- अरुण चतुर्वेदी

पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने जनप्रतिनिधियों के अधिकार समाप्त कर दिए. निकायों में कांग्रेस विधायकों को पूछकर ही कमेटियों का गठन किया जा रहा है. सारे काम उनके इशारे पर ही हो रहे हैं. वहीं जहां कांग्रेस विधायक नहीं है, वहां कांग्रेस के हारे हुए विधायक की सिफारिश पर काम हो रहे हैं. ऐसे में चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ दोहरा व्यवहार किया जा रहा है.

पैसे लेकर पट्टे दिए जा रहे हैं, लक्ष्य से दूर है अभियान 
चतुर्वेदी ने प्रशासन शहरों के संग अभियान को लेकर कहा कि कांग्रेस सरकार ने 10 लाख पट्टों के वितरण की घोषणा की थी, लेकिन जनता में पैसा दो पट्टा लो चल रहा है. कहने को पांच सौ रूपए में पट्टा देने की बात कह रहे हैं, लेकिन लोगों से हजारों रूपए लेकर पट्टा दे रहे हैं. अभियान में विधायक चांदी कूटने का काम कर रहे हैं. सरकार का दस लाख पट्टे बांटने का अभियान लक्ष्य से कोसों दूर है.

चतुर्वेदी ने उठाए कई और मुद्दें

बीजेपी नेता चतुर्वेदी ने द्रव्यवती नदी का मसला उठाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार अच्छी योजना लाई थी. द्रव्यवती नदी स्वच्छता के लिए 1700 करोड़ की योजना लेकर आई, लेकिन कांग्रेस सरकार ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 70 करोड़ भी नहीं दे पाई. ऐसे में द्रव्यवती नदी सेप्टिक टैंक में बदल गई है. नदी के किनारे आयोजन करना हो तो परफ्यूम का इंतजाम करना होगा. हमारे प्रोजेक्ट जानबूझकर लेट किए जा रहे हैं चाहे 22 गोदाम एलिवेटेड सहित अन्य कोई प्रोजेक्ट हो. सड़कों पर आवारा पशुधन घूम रहा है. सरकार के विज्ञापन सही ढंग से नहीं होने के कारण निकायों को 500 करोड़ का नुकसान हो रहा है.

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