डूंगरपुर में ऑनलाइन लड़कियां उपलब्ध करवाने के नाम पर करते थे कांड, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1201845

डूंगरपुर में ऑनलाइन लड़कियां उपलब्ध करवाने के नाम पर करते थे कांड, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार

डूंगरपुर जिले की आसपुर थाना पुलिस ने एस्कोर्ट सर्विस के नाम पर ऑनलाइन लड़कियां उपलब्ध करवाने की ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है.

डूंगरपुर में ऑनलाइन लड़कियां उपलब्ध करवाने के नाम पर करते थे कांड

Aaspur: डूंगरपुर जिले की आसपुर थाना पुलिस ने एस्कोर्ट सर्विस के नाम पर ऑनलाइन लड़कियां उपलब्ध करवाने की ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए तीन मोबाइल जब्त किये है. इधर पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है. वहीं, अन्य चार आरोपियों की भी पुलिस तलाश कर रही है. 

डूंगरपुर जिले के जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि मुखबिर के जरिए थाना क्षेत्र के सकानी गांव में कुछ युवकों द्वारा मोबाइल के जरिए एस्कोर्ट सर्विस के नाम पर ऑनलाइन लड़कियां उपलब्ध करवाने की ठगी करने की सूचना मिली थी. सूचना पर कुआ थानाधिकारी मोहम्मद रिजवान के नेतृत्व में हरी सिंह एएसआई थाना आसपुर, हेड कांस्टेबल डायालाल, कांस्टेबल लोकेन्द्र सिंह, विजयपाल सिंह, राजेन्द्र सिंह, दोवडा थाने से कांस्टेबल पुष्पेन्द्र सिंह, कुआ थाने से कांस्टेबल लोकेश व भागीरथ और साइबर सेल से अभिषेक मीणा, राहुल त्रिवेदी और हेमेन्द्र सिंह की टीम का गठन किया गया. 

टीम ने सकानी गांव में जाकर दबिश दी. इस दौरान कुछ युवा सकानी गांव में मोबाईल पर एस्कोर्ट सर्विस खोलकर बैठे थे. जैसे ही उन युवाओं ने पुलिस की टीम को देखा तो युवा भागने लगे, जिस पर पुलिस की टीम ने घेरा डालकर सकानी निवासी नारायण पिता वालजी पाटीदार, हेमेन्द्र पिता नाथूलाल प्रजापत को पकड़ा. वहीं मौके से भावेश पाटीदार, दिलीप पाटीदार, हितेश पाटीदार और हिमांशु पाटीदार फरार हो गए. इधर पुलिस ने मौके से तीन मोबाइल भी जब्त किए, जिसमे एस्कोर्ट सर्विस के नाम पर लोगों से ठगी कर पैसे वसूलने की जानकारी थी, जिस पर पुलिस ने नारायण पाटीदार व हिमांशु पाटीदार को गिरफ्तार कर लिया है जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है. 

ऐसे करते थे ठगी
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ओके लूट वेबसाईट पर लडकियों की फोटो डालकार विज्ञापन डलवाते थे. डाले गए विज्ञापन को देखकर ग्राहक झांसे में आकर सौदेबाजी करते है, जिसमें मुलजिम लड़की उपलब्ध नहीं करवाते थे और ऑनलाइन ट्राजेंक्षण करने पर पैसे उनके ऑनलाइन खाते में आ जाते है. ग्राहक शर्म के मारे कोई कानूनी कार्रवाई भी नहीं करवाते थे. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है की अभी तक इन्होने कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है और कितनी राशी उनकी और से वसूली गई है. 

यह भी पढ़ें- राज्यसभा उम्मीदवार घोषणा पर सीएम गहलोत का बड़ा बयान, जानकर हो जाएंगे हैरान 
Report- Akhilesh Sharma 

Trending news