Dholpur: 30 साल की महिला टीचर को चार पहिया वाहन ने मारी टक्कर, मौके पर दर्दनाक मौत
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Dholpur: 30 साल की महिला टीचर को चार पहिया वाहन ने मारी टक्कर, मौके पर दर्दनाक मौत

राजस्थान में धौलपुर के बाड़ी में स्कूल की छुट्टी के बाद घर लौटते वक्त हाइवे पर एक चार पहिया वाहन ने एक 30 वर्षीय महिला को टक्कर मार दी, जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है.

Dholpur: 30 साल की महिला टीचर को चार पहिया वाहन ने मारी टक्कर, मौके पर दर्दनाक मौत

Bari, Dhpolpur News: धौलपुर के बाड़ी में स्कूल की छुट्टी के बाद घर लौटते वक्त हाइवे पर एक चार पहिया वाहन ने एक 30 वर्षीय महिला को टक्कर मार दी, जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है.

जानकारी के अनुसार, एक एनजीओ के मार्फत राजकीय प्राथमिक विद्यालय चौखापुरा में शिक्षिका के पद पर 8000 प्रतिमाह वेतन पर कार्यरत 30 वर्षीय शान्तिदेवी पत्नी सुरेन्द्र सिंह पिता तेजसिंह जाटव, निवासी लंकाडांडा थाना सरमथुरा, हाल डबरान जाटव बस्ती छपैटी पाड़ा बाड़ी की स्कूल से लौटते वक्त एनएच 11 बी पर तेज गति से आते चार पहिया वाहन के टकराकर गम्भीर रूप से घायल हो गई. 

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वाहन चालक ने महिला को बेसुध हालत में राजकीय सामान्य चिकित्सालय लेकर पहुंचा, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं, सूचना पर पहुंची बाड़ी कोतवाली थाना पुलिस ने मृतक महिला के शव की शिनाख्त कराई और परिजनों की उपस्थिति में महिला के शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया. साथ ही मामले को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है.

परेशान रहती थी मृतका
जानकारी देते हुए मृतक महिला के पीड़ित पिता तेज सिंह ने बताया कि उसने अपनी दूसरे नंबर की पुत्री शांति देवी की 4 वर्ष पूर्व सरमथुरा थाना क्षेत्र के लंका डांडा के रहने वाले सुरेंद्र सिंह के साथ काफी दान दहेज अपनी हैसियत के मुताबिक देकर शादी की थी. शादी के बाद उसकी पुत्री ने एक बच्चे को जन्म दिया था, जो जन्म के समय ही तत्काल खत्म हो गया, उसके बाद उसकी पुत्री पर अब कोई बच्चा नहीं है और उसका पति मदिरा-मांस आदि का शौकीन है. 

इस वजह से करीब 3 वर्ष से उसके पति से उसकी अनबन चल रही थी, उसकी पुत्री उसी के यहां बाड़ी में रह रही थी और प्राइवेट संस्था के माध्यम से चोखा पुरा स्कूल में शिक्षिका के पद पर 8000 महीने में पढ़ाने का काम करती थी.

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