राजस्थान की धौलपुर पुलिस ने एक लावारिस शव के सम्मान को तार-तार करने का काम किया हैं. इसके फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. पुलिस ने ऐसा अमानवीय व्यवहार किया कि इंसानियत भी शर्मसार हो गई है.
Trending Photos
Dholpur News: पुलिस ने एक लावारिस शव के सम्मान को तार-तार करने का काम किया हैं. इसके फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. पुलिस ने ऐसा अमानवीय व्यवहार किया कि इंसानियत भी शर्मसार हो गई है.
घटना बीते 13 जून की हैं, जिसकी चर्चा पूरे जिले में है. 10 जून को थाना कोतवाली क्षेत्र के राजाखेड़ा बाईपास पर शमसान भूमि के पास एक खंडहरनुमा मकान की बांउड्री के बराबर मे एक अधेड़ व्यक्ति का शव मिला था.
शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने अज्ञात शव को पुराने अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया दिया था. 72 घंटे बीतने के बाद भी जब कोई शव का दावेदार नहीं पहुंचा तो नियमनुसार कोतवाली पुलिस को लावारिस शव का अंतिम संस्कार करना था. 13 जून को कोतवाली पुलिस शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए मोर्चरी पहुंची.
मोर्चरी से चंबल किनारे बने शमशान स्थल तक लावारिस शव को पहुंचाने के लिए पुलिस ने नगर परिषद् के कूड़ा उठाने वाले ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया, जिसमें पहले से कूड़ा भरा हुआ था. किसी ने इस घटनाक्रम कैमरे में कैद कर लिया. अब इंटरनेट पर फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की फजीहत हो रही हैं, जिसके कारण पुलिस महकमा सुर्खियों में बना हुआ है.
सोशल मीडिया पर वायरल फोटो और वीडियो मे नगर परिषद का कूड़ा भरने वाला ट्रैक्टर दिखाई दे रहा हैं. इसमें सफाई कर्मचारी लावारिस शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली में रखकर ले ने जाते नजर आ रहे हैं. ट्रैक्टर में रखा हुआ कूड़ा भी साफ दिखाई दे रहा हैं. उच्च अधिकारियों के संज्ञान में भी पूरा प्रकरण हैं. इस घटना मे कौन दोषी हैं, इसकी जांच जारी है.
जिला कलेक्टर ने बताया कि नगर परिषद आयुक्त और एसपी से रिपोर्ट तलब की गई थी. लावारिस शव के अंतिम संस्कार कराने की जिम्मेदारी जिस पुलिसकर्मी को सौंपी गई थी, उसके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. आगे से लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए सबंधित जिम्मेदार विभाग को एंबुलेंस या मोक्षधाम के वाहन का इस्तेमाल करने का आदेश दिया है.