दौसा में झमाझम बारिश से सुहावना हुआ मौसम, सड़क लेवल में बने मकानों में भी भरा पानी
Advertisement

दौसा में झमाझम बारिश से सुहावना हुआ मौसम, सड़क लेवल में बने मकानों में भी भरा पानी

दौसा जिले में मानसून के सक्रिय नहीं होने से पिछले लंबे समय से लोग गर्मी और उमस से परेशान थे लेकिन देर रात्रि को हुई बारिश ने लोगों को गर्मी और उमस से बड़ी राहत दी. 

दौसा में झमाझम बारिश से सुहावना हुआ मौसम, सड़क लेवल में बने मकानों में भी भरा पानी

Dausa: दौसा जिले में बुधवार की रात्रि में मानसून की सबसे जोरदार बारिश रही करीब एक घंटे तक बरसे बदरा ने 5 इंच बारिश दर्ज करवाई. जिला मुख्यालय सहित जिले भर में चारों ओर पानी ही पानी हो गया. वहीं, जिला मुख्यालय के बाजारों में कई दुकानों में पानी भर गया. साथ सड़क के लेबल में बने मकानों में भी पानी भर गया, जिसके चलते देर रात तक लोग पानी निकालते रहे तो वहीं, लोगों ने घरों में भरे पानी में लुफ्त भी उठाया.

इस बार दौसा जिले में मानसून के सक्रिय नहीं होने से पिछले लंबे समय से लोग गर्मी और उमस से परेशान थे लेकिन देर रात्रि को हुई बारिश ने लोगों को गर्मी और उमस से बड़ी राहत दी. वहीं, कम समय में अधिक बारिश होने से शहर की सड़कें भी पानी से लबालब हो गई. सड़कों पर पानी भरने से कुछ देर के लिए यातायात भी थम गया तो लोगों की आवाजाही भी रुक गई.

यह भी पढे़ं- राजस्थान में कल से झमाझम बरसेंगे बादल, जानिए आज किन जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी

शहर के नाले कचरे से अटे पड़े
बारिश के बाद पानी से लबालब हुई सड़कों को लेकर स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर समय पर शहर के नालों की सफाई होती तो यह हालात नहीं बनते. लोगों की माने तो शहर के नाले कचरे से अटे पड़े हैं, जिसके चलते पानी सड़कों पर जमा हो गया. अगर कुछ देर इसी तरह बारिश ओर आती तो पानी से हालात बिगड़ भी सकते थे. नालों की सफाई नहीं होने से बारिश से भरे पानी के बाद नालों की गंदगी निकलकर भी सड़कों पर आ गई.

पानी की समस्या से निजात मिल सकती 
जिले में मूसलाधार बारिश होने से किसानों ने खुशी व्यक्त की. एक ओर जहां प्री मानसून में बोई फसल के बाद बारिश नहीं होने से फसल सूखने के कगार पर थी लेकिन देर रात्रि को हुई झमाझम बारिश ने खरीफ की फसलों को जीवनदान दे दिया. वहीं, ग्रामीण अंचल के तालाबों और बांधों में भी पानी की आवक हुई. जिले में पिछले लंबे अरसे से पानी का संकट गहराया हुआ है. ऐसे में लोगों का कहना है कि इंद्र भगवान की मेहरबानी और हो तो जिले के सूखे पड़े बांधों में पानी भरने से काफी हद तक पानी की समस्या से निजात मिल सकती है.

कलेक्टर कमर चौधरी ने भी किया था श्रमदान 
मानसून का पानी संरक्षण हो, इसके लिए दौसा कलेक्टर कमर चौधरी ने भी इस बार श्रमदान के माध्यम से परंपरागत जल स्रोतों की पुलिस प्रशासन और आमजन के सहयोग से साफ सफाई की थी और उम्मीद जताई थी कि मानसून में बारिश अच्छी होगी तो इन जल स्रोतों में पानी की आवक होगी, जिससे भूजल स्तर बढ़ेगा. आसपास के कुए बोरिंग हैंडपंप रिचार्ज होंगे, ऐसे में अब सभी को जिले में अधिक से अधिक बारिश का इंतजार है.

Reporter- LAXMI AVATAR SHARMA

 

दौसा जिले की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.

यह भी पढे़ं- Photos: सावन में घर लाएं ये चीजें, भोलेनाथ की कृपा से बरसेगा धन ही धन

यह भी पढे़ं- 'चांद बालियों' पर कहर ढाती नजर आई महरीन काजी, नहीं हटेगी हैंडसम IAS अतहर की भी नज़र

 

Trending news