Success Story: लालसोट के 2 सपूतों का हुआ यूपीएससी में चयन, बताए सफलता के ये मंत्र
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Success Story: लालसोट के 2 सपूतों का हुआ यूपीएससी में चयन, बताए सफलता के ये मंत्र

नमन गोयल ने जनरल कैटेगरी में 30 वीं रैंक हासिल कर गांव के लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी तो सुरतपुरा ग्राम निवासी राजकुमार मीणा ने सिविल सेवा में 554 वी रैंक लाकर लालसोट का नाम रौशन किया. इस दौरान यूपीएससी में चयन को लेकर सफलता के मंत्र का भी खुलासा किया. उन्होंने बताया कि मोबाइल से दूरी बनाकर ये मुकाम हासिल किया.

लालसोट के 2 सपूतों का यूपीएससी में चयन.

UPSC Results 2021: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा वर्ष 2021 का परीक्षा परिणाम 30 मई को घोषित किया गया. इसमें सुरतपुरा गांव के निवासी और मंडावरी गांव के 2 होनहार युवाओं राजकुमार मीणा और नमन गोयल ने चयनित होकर जिले को गौरवान्वित किया है. नमन गोयल ने जनरल कैटेगरी में 30 वीं रैंक हासिल कर गांव के लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी तो सुरतपुरा ग्राम निवासी राजकुमार मीणा ने सिविल सेवा में 554 वी रैंक लाकर लालसोट का नाम रौशन किया.

यूपीएससी में चयन को लेकर सफलता के मंत्र पर क्या कहा 
इस दौरान यूपीएससी में चयन को लेकर सफलता के जो मंत्र बताया उससे लोगों हैरान रह गये. उन्होंने बताया कि मोबाइल  से दूरी बनाकर और सेल्फ स्टडी से ही ये मुकाम हासिल किया. मोबाइल का उपयोग करने पर उसका समय बर्बाद होने लगा और उसकी एकाग्रता भी प्रभावित हुई. इसके बाद उसने मोबाइल का उपयोग करना छोड़ दिया.इसके बाद कड़ी मेहनत रंग लाई और आज लालसोट का नाम रोशन किया. आगे उनके लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर बताया कि गरीब और जरूरतमंद की सेवा करना ही उनका लक्ष्य है.

लालसोट के 2 सपूतों का यूपीएससी में चयन 
बता दें कि सिविल सेवा के जारी किए गए परिणाम में लालसोट के 2 सपूतों का यूपीएससी के लिए चयन हुआ है. सुरतपुरा गांव के निवासी राजकुमार मीणा तथा मंडावरी गांव के नमन गोयल ने मोबाइल से दूरी बनाए रखते हुए अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहकर कठोर साधना कर यूपीएससी के परिणामों में चयन हासिल कर लालसोट क्षेत्र का नाम रोशन किया है.

राजकुमार मीणा तथा नमन गोयल दोनों का एक ही लक्ष्य 
राजकुमार मीणा तथा नमन गोयल दोनों का ही लक्ष्य सरकार की नीतियों को आम गरीब के द्वार तक पहुंचा कर लोगों को लाभान्वित करने का है तथा समाज के गरीब मजदूर पीड़ित को न्याय मिले इसके लिए काम करने का लक्ष्य है.

सिविल सेवा में 554 वी रैंक पर चयन
सुरतपुरा ग्राम के निवासी राजकुमार मीणा का गत वर्ष आईडीएस में चयन हो गया था, जिसकी वे ट्रेनिंग कर रहे थे. मगर लक्ष्य आईएएस बनना था. इसलिए वे ट्रेनिंग के साथ-साथ आईएएस की परीक्षा के लिए दिल्ली में रहा कर दिन रात कड़ी मेहनत करते रहे. जिसका परिणाम यह रहा कि उनका सिविल सेवा में 554 वी रैंक पर चयन हुआ है.

राजकुमार मीणा के पिता हापुड़ में रेलवे में स्टेशन मास्टर हैं 
राजकुमार मीणा के पिता हापुड़ में रेलवे विभाग में स्टेशन मास्टर है जिन्होंने कहा कि आईडीएस में चयन से राजकुमार को संतुष्टि नहीं मिली. वह क्षेत्र की जनता की सेवा करने का जज्बा रखता है. जिसके कारण उसने आईएएस की परीक्षा फिर से दोबारा दी. मोबाइल से दूरी बनाए रखते हुए कठोर मेहनत की जिसके कारण 554 वी रैंक हासिल हुई है. राजकुमार मीणा ने बताया कि वह क्षेत्र की जनता की सेवा करना चाहता है. लोगों को सरकार की योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ मिले तथा जीवन स्तर में सुधार हो यह उनका लक्ष्य है.

राजकुमार मीणा के चयन पर गांव में खुशी की लहर
उन्होंने बताया कि वह सामान्य परिवार से हैं इसलिए गरीब के दर्द को समझते हैं. राजकुमार मीणा के चयन पर गांव में खुशी की लहर बनी रही. लोगों ने आतिशबाजी कर मिठाई वितरित कर खुशी व्यक्त की. सरपंच कांजी मीणा ने बताया कि राजकुमार मीणा का चयन सुरतपुरा लालसोट के लिए गौरव की बात है.

नमन गोयल ने जनरल कैटेगरी में 30 वीं रैंक किया हासिल 
इसी तरह नमन गोयल ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी में तीसवीं रैंक प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. मुंबई में अपने पिता गोविंद नारायण गोयल के साथ रहकर उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की. सन 2020 में बीटेक करने के बाद आईएएस बनने का लक्ष्य था. इसी को लेकर उन्होंने प्रतिदिन 10 घंटा पढ़ाई नियमित बनाए रखी. मोबाइल को हाथ तक नहीं लगाया तथा कठोर साधना की. जिसका परिणाम यह रहा कि जनरल कैटेगरी में नमन गोयल ने 30 वी रैंक प्राप्त कर मंडावरी सहित लालसोट क्षेत्र का नाम गौरवान्वित किया है.

नमन गोयल के पिता खड़गपुर आईआईटी से पास आउट 
उन्होंने बताया कि उनके पिता खड़गपुर आईआईटी से पास आउट है तथा वर्तमान में उप महाप्रबंधक एसबीआई बैंक मुंबई में कार्यरत है. उन्हीं की प्रेरणा से वह आज इस मुकाम को हासिल कर पाया है. नमन गोयल का संपूर्ण परिवार मंडावरी ग्राम में रहता है तथा कपड़े के व्यवसाई हैं.

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नमन के चयन से मंडावरी तथा लालसोट क्षेत्र में खुशी का माहौल
नमन गोयल के चयन होने पर मंडावरी में खुशी का वातावरण छा गया तथा मिठाई वितरित कर खुशी का इजहार किया. उनके चचेरे भाई गौरव गोयल ने बताया कि नमन शुरू से ही शिक्षा के प्रति पूर्णत समर्पित रहकर पढ़ाई के लिए समर्पित था. लगभग 10 से 12 घंटा रेगुलर पढ़ाई का ही परिणाम है कि नमन का चयन सिविल सेवा में आईएएस के रूप में हो सका. उन्होंने बताया कि नमन के चयन से मंडावरी तथा लालसोट क्षेत्र में खुशी का वातावरण है लोगों ने मिठाई वितरित कर खुशी का इजहार किया है.

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