विद्युतकर्मी की रोड लाइट रिपेयर करते वक्त हुई थी मौत, 4 अबोध बच्चे धरने पर
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विद्युतकर्मी की रोड लाइट रिपेयर करते वक्त हुई थी मौत, 4 अबोध बच्चे धरने पर

खैर मोहम्मद की 14 दिसम्बर को रोड लाइट रिपेयर करते वक़्त हुई थी मौत. मृतकों के समझौते की नही हुई पालना ताे पार्षद सन्नी खान और कालूराम खटीक भी चार अबोध बच्चाैं समेत धरने पर. बच्चों के सामने खाने पीने का विकट संकट आने पर नगर परिषद के सामने दिया या रहा धरना. 

विद्युतकर्मी की रोड लाइट रिपेयर करते वक्त हुई थी मौत, 4 अबोध बच्चे धरने पर

दौसा, जयपुरदौसा नगर परिषद के सामने चार अबोधबालक अपने हक के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं लेकिन उनकी सुध कोई नहीं ले रहा. दरअसल 14 दिसंबर 2022 को नगर परिषद की रोड लाइट रिपेयर करते हुए करंट लगने से विद्युतकर्मी खैर मोहम्मद की मौत हो गई थी जिसके बाद वार्ड नंबर 15 के पार्षद शहनवाज उर्फ सनी खान मृतक खैर मोहम्मद के शव के साथ नगर परिषद के सामने धरने पर बैठ गए थे उस दौरान हुए समझौते की पालना नहीं होने से आहत होकर अब खैर मोहम्मद के बच्चे नगर परिषद के सामने अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं ।

धरने में इनके साथ पार्षद शहनवाज हुसैन और कालू राम खटीक भी साथ दे रहे हैं पार्षद शाहनवाज हुसैन ने बताया पूर्व में जो समझौता हुआ था उसमें सभापति द्वारा एक लाख रुपये नगद देने की घोषणा की थी तो वहीं उपसभापति द्वारा पचास हजार रुपये देने की बात कही थी साथ ही कुछ पार्षदों ने भी 21-21 हजार रुपये अपनी तरफ से देने का वादा किया था तो वहीं नगर परिषद के सभी पार्षदों का 1 माह का वेतन और नगर परिषद के कार्मिकों की एक दिन की तनख्वाह देने का समझौता हुआ था लेकिन अभी तक उस समझौते को किसी ने भी पूरा नहीं किया गया. जिसके चलते खैर मोहम्मद के बच्चों के सामने खाने-पीने की विकट समस्या खड़ी हो गई ।

हालांकि मृतक के खैर मोहम्मद ठेकेदार के द्वारा नगर परिषद की रोड लाइट रिपेयर करने का काम करता था ऐसे में वह नगर परिषद का स्थाई कार्मिक तो नहीं था लेकिन खैर मोहम्मद की मौत के बाद मानवीय पहलू ध्यान में रखते हुए जो समझौता नगर परिषद और प्रशासन के अधिकारियों के बीच हुआ था उस समझौते की पालना हो इसके लिए अब मृतक खैर मोहम्मद के अबोध बच्चे अपने हक की लड़ाई के लिए धरने पर बैठे हुए हैं ।

पार्षद शाहनवाज हुसैन ने कहा इन अबोध बच्चों को देखकर उन लोगों का दिल नहीं पसीज रहा जिन्होंने उनकी मदद करने का भरोसा दिया था आज इन बच्चों के सामने रोजी-रोटी का बड़ा संकट है ऐसे में अगर समझौते की पालना नहीं हुई तो फिर वह शहर की जनता के साथ एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे ।

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