पुलिस चौकी से 100 मीटर की दूरी पर क्रूड ऑयल की चोरी, ऐसे हुआ खुलासा
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पुलिस चौकी से 100 मीटर की दूरी पर क्रूड ऑयल की चोरी, ऐसे हुआ खुलासा

दौसा जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र के मौजपुर गांव में बालाहेड़ी पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर करीब डेढ़ सौ मीटर लंबी हाईटेक सुरंग बनाकर आईओसी की पाइप लाइन से क्रूड आयल चोरी करने का बड़ा मामला पकड़ में आया है.

क्रूड ऑयल की चोरी

Mahwa: राजस्थान के दौसा जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र के मौजपुर गांव में बालाहेड़ी पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर करीब डेढ़ सौ मीटर लंबी हाईटेक सुरंग बनाकर आईओसी की पाइप लाइन से क्रूड आयल चोरी करने का बड़ा मामला पकड़ में आया है. संभवतया यह गोरखधंधा पिछले 2 साल से चल रहा था, जिसमें करोड़ों रुपये की क्रूड ऑयल की चोरी कर ली गई. 

जानकारों की मानें तो प्रतिदिन दो टैंकर क्रूड ऑयल चोरी कर यहां से बाहर भिजवाए जाते थे. मामले का खुलासा तब हुआ जब ऑयल चोरी के दौरान आगजनी की बड़ी घटना हो गई और जब आग काबू में नहीं आई तो दौसा पुलिस प्रशासन ने आईओसी की टीम को बुलाकर पाइप लाइन बंद करवाए तो उसके कुछ देर बाद ही आग नियंत्रण में आ गई. ऐसे में ऑयल चोरी करने का शक यकीन में बदल गया. जब प्रशासन द्वारा जेसीबी से खुदाई करवाई गई तो चोरी का तरीका देखकर सब हैरान रह गए. 

दरअसल शातिर क्रूड ऑयल चोरों ने पहले आईओसी की मुख्य पाइप लाइन से 150 मीटर की दूरी पर 100×40 का एक हॉल का निर्माण करवाया और उसके बाद अंडर ग्राउंड एक 3 फीट गहरी सुरंग बनाई गई, जिसमें घुटनों के बल आदमी आ जा सके सुरंग में एग्जास्ट फैन और बिजली के बल्ब भी लगाए गए. सुरंग के ऊपर लोहे के जाल बिछाए गए, जिससे मिट्टी ढहने का कोई खतरा नहीं हो. वहीं तेल चोरी के लिए सुरंग में होकर हॉल से आईओसी की पाइपलाइन तक सवा 2 इंच का ऑक्सीजन सप्लाई के लिए प्लास्टिक का पाइप डाला गया तो वही डेढ़ इंच का लोहे का पाइप क्रूड ऑयल की चोरी के लिए डाला गया. 

ऑयल की चोरी का किसी को शक नहीं हो इसको लेकर शातिर चोरों ने आस-पास के इलाके में पत्तल दोना और थर्माकोल बनाने की फैक्ट्री लगाने की बात कही. वहीं हॉल के चारों तरफ बोरों में भरकर थर्माकोल के टुकड़े डाल दिए गए जिससे कोई संदेह ना कर सके लेकिन क्रूड ऑयल चोरी के दौरान 10 जून की रात्रि में आगजनी की बड़ी घटना हो गई. दौसा जिला सहित अलवर, भरतपुर, करौली और जयपुर से कुल 23 दमकल की गाड़ियां और 30 स्थानीय पानी के टैंकरों द्वारा आग बुझाने का काम प्रशासन द्वारा शुरू किया गया, जब आग 10 घंटे में भी काबू में नहीं आई तो दौसा प्रशासन को क्रूड आयल चोरी का संदेह हुआ. 

इस पर प्रशासन द्वारा आईओसी कंपनी के अधिकारियों को जयपुर से मौके पर बुलाया और आईओसी की पाइप लाइन के वाल बंद करवाए गए तो उसके कुछ देर बाद ही आग पर काबू पा लिया गया. ऐसे में क्रूड ऑयल चोरी का संदेह यकीन में बदल गया, जब फैक्ट्री से आईओसी की पाइप लाइन के पेरेलल खुदाई करवाई गई तो क्रूड ऑयल चोरी का मामला उजागर हो गया. जानकारों की मानें तो गुजरात के सलाया मथुरा पाइपलाइन से चोरी का राजस्थान में अब तक का यह सबसे बड़ा मामला है जिससे 2 साल में करोड़ों रुपये का क्रूड ऑयल चोरी कर लिया गया और यह काम बिना मिलीभगत के संभव नहीं है. 

हालांकि आईओसी कंपनी द्वारा स्थानीय थाने में क्रूड ऑयल चोरी का प्रकरण दर्ज करवाया गया है लेकिन सवाल यह है कि जिस बालाहेड़ी पुलिस चौकी से महज सौ मीटर की दूरी पर क्रूड ऑयल चोरी का काला धंधा बड़े पैमाने पर लंबे समय से किया जा रहा था उसकी भनक पुलिस को क्यों नहीं लगी, ऐसे में स्थानीय पुलिस जांच में लीपापोती भी कर सकती है, हो सकता है इस क्रूड ऑयल चोरी के खेल में बड़े लोगों का भी हाथ हो. ऐसे में अगर किसी केंद्रीय एजेंसी से इस पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाए तो पूरे मामले का सच उजागर हो सकता है और जिन-जिन लोगों की क्रूड ऑयल चोरी में संलिप्तता है वह कानून के शिकंजे में आ सकते हैं. वहीं आईओसी के कार्मिकों की मिली भगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता.

Reporter: Laxmi Sharma

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