Nimbahera: महाकुंभ के लिए परिसर का हुआ नामकरण, महारूद्राभिषेक की तैयारियां शुरू
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Nimbahera: महाकुंभ के लिए परिसर का हुआ नामकरण, महारूद्राभिषेक की तैयारियां शुरू

 चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेडा में श्री कल्लाजी वेदपीठ के भव्य सप्तदश कल्याण महाकुंभ के लिए वेदपीठ परिसर का नामकरण वैदिक विद्वानों के जरिए द्वारा द्युलोक किया गया है. 

Nimbahera: महाकुंभ के लिए परिसर का हुआ नामकरण, महारूद्राभिषेक की तैयारियां शुरू

Nimbahera: चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेडा में श्री कल्लाजी वेदपीठ के भव्य सप्तदश कल्याण महाकुंभ के लिए वेदपीठ परिसर का नामकरण वैदिक विद्वानों के जरिए द्वारा द्युलोक किया गया है. इस अवसर पर वेदपीठ के पदाधिकारियों ने बताया कि, पंच दिवसीय 51 कुण्डीय मार्तण्ड यज्ञ के लिए नामकरण श्री मार्तण्ड यज्ञ शाला रखा गया है. जिसे भविष्य पुराण कथा के लिए तैयार किया जा रहा है. कथा मण्डप सुमंतु मंडपम रखा गया है. भविष्णपुराण के वक्ता एवं विद्वान आचार्य वीरेन्द्रकृष्ण दोर्गादत्ती ने बताया कि, श्री भविष्य पुराण को ब्रह्माजी ने शंकरजी को, शंकरजी ने विष्णुजी को , विष्णुजी ने नारदजी को, नारदजी ने इन्द्र को, इन्द्र ने ऋषि पाराशर को, ऋषि पाराशर ने वेदव्यासजी को तथा व्यासजी ने सुमंतु को इसका श्रवण कराया.  वहीं, सुमंतमुनि ने पांडवों के वंशज राजा शकानिक को राज्यसभा में अपने गुरूव्यासजी सहित सभी मुनियों को सुनाकर पृथ्वी पर प्रसारित किया गया. मण्डप का नामकरण सुमंतु कथा मंडपम रखा गया है.

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कल्याण महाकुंभ के दौरान आठों दिन ठाकुरजी का 21 द्रव्यों से महारूद्राभिषेक करने की विशेष  तैयारियां की गई है. जिसके तहत तमिलनाडू से व्यंकटेश के जरिए  सप्तनदियों और तीन समुद्रों का पवित्र जल वेदपीठ को भेंट किया गया है. इसके साथ ही रामनाथ स्वामी यानी रामेश्वर से मंदिर परिसर के 22 कुओं तथा रत्नसागर का पवित्र जल मंगवाया गया है. पदाधिकारियों ने बताया कि, जहां रामेश्वर महादेव का अभिषेक गंगोत्री के पवित्र जल से किया जाता है. वहीं ठाकुर के अभिषेक के लिए दक्षिण भारत से जल प्राप्त हुआ है.

 भक्त मण्डल देगा शिवप्रिय वाद्ययंत्रों की प्रस्तुति
कल्याण महाकुंभ के प्रथम, दिवस ज्येष्ठ पूर्णिमा को कल्याण नगरी में निकाली जाने वाली भव्य शोभायात्रा एवं कलशोत्सव के दौरान हाथी, घोड़े, ऊंट, ऊंटगाड़ियां, झांकियां, ठाकुरजी का सजा धजा रथ, आकर्षक झांकियां, निकाली जाएगी. कलश यात्रा के लिए महिलाएं  300 से अधिक प्रभात फेरिया और हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे.  वहीं, प्रथम बार भव्य शोभायात्रा में अवंतिका नगरी का प्रसिद्ध श्री भस्म रमैया भक्त मण्डल झांझ- डमरू की आकर्षक धर्मध्वनी की प्रस्तुति महाकाल धुन पर देने हेतू विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है.
 
उल्लेखनीय हैं कि, भगवान श्रीमहाकालेश्वर की सवारी में यह मण्डल विगत तीन दशक से प्रस्तुति देते आ रहा है . देश के कई शहरों में अब तक प्रस्तुति दे चुका है. हाल ही में ओड़िसा राज्य के सम्भलपुर में मण्डल द्वारा प्रस्तुति दी गई थी. भस्म रमैया भक्तमण्डल के 75 श्रद्धालु सदस्यों द्वारा पारम्परिक वाद यंत्रों से महाकाल एवं ठाकुर श्री कल्लाजी को रिझाने का आनन्दमय दर्शन एवं आकर्षण होगा. वहीं वैदिक विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ बटुकों द्वारा मल्लखम्ब प्रदर्शन भी पहली बार आकर्षण का केन्द्र होगा.

देवालयों में आमंत्रण 
कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में नगर के सभी 135 देवालयों में वेदपीठ की ओर से रविवार को धूप, दीप, अक्षत, पुष्प अर्पित कर कल्याण महाकुंभ को द्विगुणित करने के लिए भाव भरा आमंत्रण देकर कल्याण नगरी को आध्यात्मिक नगरी निरूपित करने का आमंत्रण दिया जाएगा.

अखण्ड गुरूग्रंथ साहिब के पाठ खत्म

कल्याण महाकुंभ के पावन अवसर पर सिंधी एवं सिक्ख समाज के जरिए आयोजित तीन दिवसीय अखण्ड गुरूग्रंथ साहिब के पाठ का समापन रविवार को  होगा. पदाधिकारियों ने बताया कि, पाठ पूर्ण होने पर आयोजकों के साथ ही कल्याण भक्तों द्वारा अरदास कर विश्व शांति, सर्वत्र कल्याण एवं खुशी तथा विश्वविद्यालय के उत्तरोतर विकास की कामना की जाएगी. वेदपीठ की परम्परानुसार कल्याण महाकुंभ के उपलक्ष्य में कृष्णा शक्ति दल की माता-बहनों एवं श्रद्धालुओं द्वारा रविवार रात्रि को वेदपीठ परिसर में पारम्परिक रात्रिजागरण किया जाएगा. जिसकी सभी तैयारियां कर ली गई है. यह आयोजन रात्रि 9 बजे से प्रारंभ होकर भौर होते तक चलेगा.

Reporter: Deepak Vyas

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