चित्तौड़गढ़ः कुल की रस्म के साथ उर्स संपन्न, अमनो, अमान कौमी एकता की दुआं मांगी
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चित्तौड़गढ़ः कुल की रस्म के साथ उर्स संपन्न, अमनो, अमान कौमी एकता की दुआं मांगी

चित्तौड़गढ़ के बूंदी रोड पर बने हज़रत किबला उस्ताद सा. रहमतुल्लाह अलैहे का 736वां उर्स कुल की रस्म के साथ समपन्न हुआ. 

चित्तौड़गढ़ः कुल की रस्म के साथ उर्स संपन्न, अमनो, अमान कौमी एकता की दुआं मांगी

Chittaugragh: चित्तौड़गढ़ के बूंदी रोड पर बने हज़रत किबला उस्ताद सा. रहमतुल्लाह अलैहे का 736वां उर्स कुल की रस्म के साथ समपन्न हुआ. इस अवसर पर सज्जादानशीन हाजी मोहम्मद सलीम अशरफी ने बताया कि, शहर काजी अब्दुल मुस्तफा चिश्ती की सरपस्ती में सज्जादानशीन मोहम्मद युसुफ अशरफी की सदारत में पूर्व रात शहंशाहे तरन्नुम जुनेद सा. बरकाती और जुनेद अशरफी ने नातिया कलाम पेश किया.  कुल की रस्म में सज्जादानशीन मोलाना अब्दुल रशीद बरकाती, मोलाना उस्मान अशरफी, मोलाना जुबेर अशरफी ने तकरीर करी.  मोलाना खलील बरकाती, मोलाना जुनेद अशरफी ने निजामत की.

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 जुनेद बरकाती व जुनेद अशरफी ने मनकबत में कहा ‘‘तेरा नाम ख्वाजा मोइनुद्दीन तु रसुले पाक की आल है, बारिशे नुरौ निकहत हे हर सु अब्र रेहमत के छाये हुए है, ऐसा लगता है मख्दुम अशरफ आज तशरीफ लाए हुए है, चेहरा है किया सुहाना सरदार अशरफी का. उसके बाद सलातो सलाम पढ़ा. 
सज्जादानशीन सलीम अशरफी ने दरूद ताज पढ़़ी. सज्जादा नशीन युसुफ अशरफी ने शिजरा पढ़. मौलाना मोहम्मद उमेर अशरफी ने अपने मुल्क हिन्दुस्तान मे अमनो, अमान कौमी एकता आपस में भाईचारा की दुआं मांगी.

खानकाहे अशरफीया की ओर से व सलाम भाई मीना पेन्टिंग की ओर से चादर पेश की गयी.  इस मौके पर शहर काजी अब्दुल मुस्तफा सा., सलाम भाई मीना पेन्टिंग, मौलाना अब्दुल रशीद बरकाती, मोलाना खलील बरकाती, गुलामनबी छीपा, नसीम छीपा, अब्दुल हमीद मंसुरी, जाहिद खान, नियाज खान, अब्दुल करीम खान, युसुफ छीपा की दस्तारबन्दी की.

अशरफी युवा जमात के सदर गुलाम रसूल अशरफी, सोनू अशरफी, शाहीद अशरफी, मोलाना फैज अहमद, मोलाना मीराबक्ष, हाफीज जावेद, इब्राहीम मंसुरी, व अशरफी साहब के सैकडो मुरिदीन उपस्थित थे. उसके बाद लंगर तकसीम किया गया.

Reporter: Deepak Vyas

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