बुंदी के केशोरायपाटन के कापरेन कस्बे में दवा के नाम पर नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है. नींद की गोलियों की मनमानी बिक्री की जानकारी मिलने पर औषधि नियंत्रण विभाग ने कस्बे में भारत मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई की.
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Keshoraipatan: बुंदी के केशोरायपाटन के कापरेन कस्बे में दवा के नाम पर नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है. नींद की गोलियों की मनमानी बिक्री की जानकारी मिलने पर औषधि नियंत्रण विभाग ने कस्बे में भारत मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई की. कोटा संभाग प्रभारी एडीआई प्रहलाद मीणा ने बताया कि नशे पर सख्त कार्रवाई करने और पाबन्दी लगाने के अभियान पर कोटा और बूंदी में दवा गोलियां की जांच की जा रही थी.
कापरेन में ट्रामाडोल दवा की सर्वाधिक बिक्री पाई गई. यह दवा दर्द निवारक के उपयोग में आती है और इसका नशे के रूप में गलत उपयोग किया जा रहा है. यहां मेडिकल पर दो माह में 230 स्ट्रिप की बिक्री पाई गई, जो संदिग्ध हैं. जांच में पाया गया कि फर्जी बिल काटकर दवा बेची जा रही है. जानकारी के मुताबिक, ड्रग इंस्पेक्टर योगेश कुमार ने मेडिकल पर पहुंच कर कार्रवाई की जांच की. जिसमें सामने आया कि मेडिकल पर बीते अप्रेल और मई में करीब तीन हजार चार सौ नींद की गोलियां आई हैं, जिसमें से 18 सौ गोलियां फर्जी बिल से बिना चिकित्सक की स्वीकृति के बेची गई हैं.
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ड्रग इंस्पेक्टर योगेश कुमार ने बताया कि मेडिकल पर नशे की गोलियां बिकने की शिकायत पर दो महीने से रैकी की जा रही थी. जिसके बाद छापामार कार्रवाई की गई. मौके से दवा जब्त की गई, जो फर्जी बिल और बिना चिकित्सक की परमिशन के बेची जा रही थी. दवा के सेम्पल लिए गए हैं. बिलों की जांच की जाएगी. इस कार्रवाई के दौरान ड्रग इंस्पेक्टर दिनेश कुमार भी मौजूद रहे. जांच में बिना फार्मासिस्ट के मेडिकल का संचालन होना पाया गया है. रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है. आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी.
Reporter: Sandeep Vyas
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