भरतपुर में नेटबंदी और धारा 144 के बीच भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया है.
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Bharatpur: राजस्थान के भरतपुर में नेटबंदी और धारा 144 के बीच भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया है. ढोल नगाड़ों और गाजो बाजे के साथ भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकाली गई. जगन्नाथ रथ यात्रा शहर से होकर निकाली गई जहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था.
जानकारी के मुताबिक भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकालने के लिए जिला प्रशासन ने सशर्त अनुमति दी थी. गौरतलब है कि राम नवमी के अवसर पर करौली में हुए उपद्रव के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस तरह की धार्मिक यात्राएं जुलूस के साथ निकालने पर पाबंदी लगा दी थी, जिसका सभी जगह विरोध हुआ था.
जानकारी के मुताबिक भगवान जगन्नाथ पुरी की यात्रा भरतपुर शहर में 2 वर्ष बाद निकाली गई है. पहले कोरोना की वजह से यह यात्रा नहीं निकल पाई थी. यह शोभायात्रा श्री बांके बिहारी मंदिर से शुरू हुई और गोपालगढ़ मथुरागेट चौबुर्जा, लक्ष्मण मंदिर कोतवाली बासन गेट होते हुए नई मंडी से घूमकर पुनः बिहारी जी मंदिर पर जाकर समाप्त हुई.
शोभायात्रा में ठाकुरजी के लिए मोगरा के फूलों का रथ सजाया गया जिसमें भगवान श्री जगन्नाथ जी विराजकर शहर भ्रमण पर निकले. इस अवसर पर मंदिर में फूलबंगला झांकी सजाई गई. रथ यात्रा में शहनाई, बैंडबाजों, ढोल नगाड़े की धुन पर झांकियां निकाली गई. भगवान श्रीजगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान श्रद्धालु नाचते-गाते चल रहे थे, वहीं समिति की ओर से श्रद्धालुओं को खिचडी का प्रसाद वितरित करते चल रहे थे.
भगवान श्री जगन्नाथ रथयात्रा को खींचने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. रथयात्रा को खींचने के लिए लोगों की भीड़-उमड़ पड़ी. रथयात्रा का संचालन किला बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन की ओर से किया गया. रथयात्रा बिहारीजी मंदिर से प्रारंभ होकर शहर के गोपालगढ़, मथुरा गेट, चौबुर्जा, कोतवाली, वासन गेट होते हुए नई मंडी पर समाप्त हुई. रथयात्रा का लोगों ने आरती उतारकर और प्रसाद लगाकर स्वागत किया.
वहीं बाजारों में भगवान श्री जगन्नाथ रथयात्रा में चलने वाले श्रद्धालुओं को मीठे जलपान, आइसक्रीम, मिठाई, शर्बत, आम, शिकंजी तरह-तरह के सुल्पाहार दिए गए. इस अवसर पर जगह-जगह भगवान श्री जगन्नाथ रथयात्रा समिति द्वारा अग्रवाल धर्मशाला खिरनी घाट कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पंचामृत अभिषेक होगा और 56 भोग की झांकी सजाई गई और वृंदावन की मंडली द्वारा संकीतर्न किया गया और बाद में दाल-भात प्रसादी का वितरण किया गया.
Reporter: Devendra Singh
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