बाड़मेर जिले में मौसमी बीमारियों का प्रकोप लगातार बेकाबू होता जा रहा है. मलेरिया, डेंगू, खांसी, जुकाम, उल्टी और दस्त के मरीज सामने आ रहें हैं.
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Barmer: पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में मौसमी बीमारियों का प्रकोप लगातार बेकाबू होता जा रहा है. जिला अस्पताल कि इतिहास में सबसे ज्यादा ओपीडी व ईपीडी रिकॉर्ड दर्ज की गई हैं. वहीं अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए गैलरी में अतिरिक्त बेड लगाने पड़ रहें हैं. दूसरी तरफ लगातार मलेरिया, डेंगू, खांसी, जुकाम, उल्टी और दस्त के मरीज सामने आ रहें हैं. हालात यह है कि 150 से भी अधिक मरीज रोजाना अस्पताल में भर्ती हो रहें हैं.
बाड़मेर में मानसून के विदाई लेने के बावजूद मौसमी बीमारियों का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. हॉस्पिटल के इतिहास में एक माह में सबसे ज्यादा मरीज सितंबर माह में पहुंचे और भर्ती होने का आंकड़ा भी रिकार्ड दर्ज हुआ है. बीते 10 दिनों में ओपीडी की संख्या में मामूली कमी आई है, लेकिन ओपीडी भी तीन हजार के आसपास बनी हुई है. वहीं, रोजाना भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी 150 के आसपास है. अस्पताल प्रशासन ने बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए गैलेरी में एक्स्ट्रा बेड लगाए हैं. डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल बनने के बाद पहली बार एक माह में सबसे ज्यादा 88 हजार से ज्यादा मरीज जांच करवाने के लिए पहुंचे हैं, इसमें से पांच हजार से ज्यादा मरीज हॉस्पिटल में एडमिट हुए है. भर्ती होने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा मलेरिया, वायरल बुखार, उल्टी और दस्त के मरीज है.
इस साल मलेरिया के मरीज ज्यादा
बीते साल बाड़मेर जिले में डेंगू का प्रकोप बहुत ज्यादा था, बाड़मेर बेल्ट में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज सामने आए थे. लेकिन इस बार बाड़मेर में डेंगू का असर कम है, लेकिन मलेरिया और अन्य मौसम बीमारियां ज्यादा होने के कारण डिस्ट्रिक्ट अस्पताल के बेड करीब डेढ माह से फुल चल रहें हैं. वहीं बालोतरा में डेंगू का प्रकोप ज्यादा है, जिले में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज बालोतरा में हैं.
जिला अस्पताल के बेड फुल
मौसमी बीमारी के साथ-साथ डेंगू-मलेरिया के मरीज डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में आ रहें हैं. डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 425 बेड है, जो फुल हो चुके हैं. अस्पताल के डॉक्टर थान सिंह बताते है कि लगातार उल्टी, दस्त, डेंगू, मलेरिया, बुखार के मरीज बड़ी मात्रा में आ रहें हैं और लोगों से मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए लगातार घरों के आसपास पानी इकट्ठा नहीं होने की सलाह दे रहें हैं. बाड़मेर जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. बीएल मंसूरिया ने बताया कि सितंबर महीने में जिला अस्पताल के इतिहास में सबसे ज्यादा 88 हजार से अधिक मरीज पहुंचे हैं और अस्पताल में भर्ती की मरीज सबसे ज्यादा 5500 से भी अधिक हुए हैं. प्रतिदिन डेढ़ सौ से अधिक मरीज भर्ती हो रहें हैं, जिनका लगातार इलाज किया जा रहा है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी चंद्रशेखर गजराज ने बताया कि बाड़मेर जिले में इस साल मलेरिया के 174 केस सामने आए हैं, वहीं डेंगू के 333 केस कब तक सामने आ चुके हैं. लोगों को मलेरिया व डेंगू से बचने के लिए सावधानी रखना जरूरी है.
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