महात्मा गांधी विद्यालय के लिए आवंटित जगन्नाथ चोपड़ा विद्यालय भवन में स्टाफ द्वारा 255 बच्चों को प्रवेश दिया जा चुका है, लेकिन बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं होने के कारण बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था 5 दिन बीत जाने के बाद भी शुरू नहीं हो पाई है.
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Anta: बारां के मांगरोल में राजस्थान सरकार द्वारा मांगरोल नगर पालिका क्षेत्र में नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए जहां महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय की घोषणा की और विद्यालय को इसके लिए क्रमोन्नत किया गया. वह भवन पूरी तरह से जर्जर और जीणशीण हो चुका है. पर्याप्त जगह के अभाव में विद्यालय में बालकों का अध्यापन कार्य 5 दिन निकलने के बाद तक शुरू नहीं हो सका है.
महात्मा गांधी विद्यालय के लिए आवंटित जगन्नाथ चोपड़ा विद्यालय भवन में स्टाफ द्वारा 255 बच्चों को प्रवेश दिया जा चुका है, लेकिन बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं होने के कारण बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था 5 दिन बीत जाने के बाद भी शुरू नहीं हो पाई है.
विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य महावीर मीणा ने बताया कि विद्यालय भवन पूर्ण रूप से जर्जर है और 255 बच्चों के बैठने के लिए स्थान पर्याप्त नहीं है. विद्यालय के पास वर्तमान में केवल 2 कमरे हैं, जो भी पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त है, जो जिनके धराशाई होने की संभावना है. बरसात में जो भवन है वह भी टपकता है, जिसके चलते अभिभावकों के द्वारा बच्चों को प्रवेश दिलाने के बाद पढ़ने के लिए नहीं भेजा जा रहा है. अभिभावकों की मांग है कि उक्त विद्यालय को दूसरे भवन में स्थानांतरित कर अध्ययन प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करवाई जाए.
मीणा ने बताया कि विद्यालय भवन को स्थानांतरित करने के लिए सभी उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर अवगत करवा दिया गया है. वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण मीणा ने बताया कि महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी विद्यालय के लिए ब्लॉक शिक्षा अधिकारी से विद्यालय भवन को स्थानांतरित करने के लिए अनुशंसा प्राप्त हुई है. इस प्रस्ताव को शिक्षा निदेशालय भेज करके अनुमति लेकर भवन स्थानांतरित करने के आदेश जारी करने के प्रयास किए जाएंगे.
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स्थानीय कस्बे के अभिभावकों ने अपने बच्चों का नामांकन विद्यालय में करवा दिया, लेकिन विद्यालय में स्थिति बच्चों को बैठकर पढ़ने लायक ही नहीं है. स्थानीय लोगो ने जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि महात्मा गांधी विद्यालय के भवन को दूसरे भवन में स्थानांतरित किया जाए अन्यथा बच्चे अध्ययन करने नहीं पहुंचेगे और सरकार का जो सपना है, वह पूरा नहीं हो पाएगा.
Reporter- Ram Mehta
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