बारिश के कारण खेतों में पककर तैयार खड़ी और कटी हुई फसल का नुकसान हुआ है. किसान संगठनों ने बारिश से हुए नुकसान को लेकर प्रशासन से सर्वे करवाकर किसानों को मुआवजा दिलवाने की मांग की है.
Trending Photos
Baran: जिलेभर में पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव आ रहा है. बुधवार को बारां सहित जिले के अटरु, केलवाड़ा, किशनगंज, शाहाबाद, छीपाबड़ौद और छबड़ा सहित कई जगहों पर तेज बारिश हुई.
बारिश के कारण खेतों में पककर तैयार खड़ी और कटी हुई फसल का नुकसान हुआ है. किसान संगठनों ने बारिश से हुए नुकसान को लेकर प्रशासन से सर्वे करवाकर किसानों को मुआवजा दिलवाने की मांग की है.
यह भी पढे़ं- रावण ने लगाए सपना चौधरी से भी बेहतर हरियाणवी ठुमके, लोग बोले- न जलने की खुशी है उसे
बारां शहर में बुधवार को सुबह से आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही. दोपहर करीब सवा 12 बजे तेज बारिश शुरू हो गई. शाम तक बादलों की आवाजाही बनी रही. देर शाम को फिर से तेज बारिश शुरू हो गया. बुधवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहा.
बेमौसम हुई बारिश ने खेतों में तैयार पककर खड़ी और कटी हुई रखी सोयाबीन, उड़द आदि फसलें भीग गईं. जिले में 50 फीसदी से अधिक सोयाबीन कटाई हो चुकी है, जबकि कई जगह फसल पककर खड़ी है, कहीं कटकर खेतों में रखी हुई है.
बारिश से प्रभावित होगी जिंस की गुणवत्ता
जिले में करीब 50 फीसदी से अधिक रकबे में सोयाबीन कटाई पूरी हो चुकी है. फसल कटाई का कार्य जारी है. बारिश के कारण जिले के बारां, किशनगंज, शाहाबाद, छबड़ा, छीपाबड़ौद आदि जगहों पर खेतों में कटकर पड़ी हुई सोयाबीन की फसलों में नुकसान हुआ है. इससे जिंस की गुणवत्ता प्रभावित होने की संभावना है.
बारां उपनिदेशक, कृषि विभाग अतिश कुमार शर्मा ने बताया विभाग की ओर से सभी कृषि अधिकारियों से फसलों में हुए नुकसान की रिपोर्ट ली जा रही है.
Reporter- Ram Mehta