बांसवाड़ा: एमजी चिकित्सालय में बनेगी अलग से पुलिस चौकी, अधिकारियों ने किया निरीक्षण
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बांसवाड़ा: एमजी चिकित्सालय में बनेगी अलग से पुलिस चौकी, अधिकारियों ने किया निरीक्षण

महात्मा गांधी चिकित्सालय में प्रतिदिन औसत एक हजार मरीज के आउटडोर है, अब चिकित्सालय में अलग से पुलिस चौकी होगी. अभी तक यहां औपचारिकता के तौर पर एक कमरे में पुलिस चौकी चल रही थी. 

बांसवाड़ा: एमजी चिकित्सालय में बनेगी अलग से पुलिस चौकी, अधिकारियों ने किया निरीक्षण

Banswara News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय में अब अलग से पुलिस चौकी का निर्माण किया जाएगा. इसको लेकर कोतवाली थाना अधिकारी रतन सिंह चौहान और पीएमओ डॉक्टर खुशपाल सिंह राठौर ने निरीक्षण भी कर लिया है और जल्द ही इसका कार्य शुरू किया जाएगा. 

जिले के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय में प्रतिदिन औसत एक हजार मरीज के आउटडोर है, अब चिकित्सालय में अलग से पुलिस चौकी होगी. अभी तक यहां औपचारिकता के तौर पर एक कमरे में पुलिस चौकी चल रही थी, लेकिन मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत यहां अलग से चौकी की बिल्डिंग बनकर तैयार होगी.  

साथ ही, अस्पताल के लिए अलग से ही पुलिस स्टाफ भी नियुक्त होगा. चौकी के हिसाब से यहां एक सब इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी के अलावा चार जवानों का स्टाफ रहेगा.  बांसवाड़ा पुलिस की ओर से इस कार्य योजना को लेकर काम शुरू हो गया है. 

बांसवाड़ा एसपी राजेश कुमार मीणा के आदेश पर शहर कोतवाल रतन सिंह चौहान और हॉस्पिटल PMO डॉ. खुशपाल सिंह राठौड़ ने चौकी स्थल को लेकर मौका मुआयना किया. अस्पताल के PMO डॉ. राठौड़ ने बताया कि बांसवाड़ा पुलिस की ओर से अस्पताल में नई चौकी के स्थान अलोट करने का लेटर मिला है. इसके लिए परिसर में दो जगह देखी गई है.  

देानों ही जगह प्रवेश द्वार के समीप है. पहला स्थान प्रवेश के साथ रोटरी क्लब के प्याऊ के ठीक पीछे है, जबकि दूसरा स्थान स्टाफ पार्किंग के समीप है. मिले निर्देश के हिसाब से चौकी के लिए 18 सौ वर्ग फीट की जगह चाहिए. पुलिस की ओर से जिस स्थान को लेकर सहमति मिलेगी, उसकी अगली प्रक्रिया के तहत निदेशक, जन स्वास्थ्य को प्रस्ताव भेजा जाएगा. वहां से ही जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी होगी. 

जिला अस्पताल में आउटडोर के अलावा 350 रोगियों को भर्ती करने की व्यवस्था है, लेकिन यहां 450 के करीब मरीज आईपीडी में होते हैं. इतने ही मरीजों के साथ आने वाले रिश्तेदार होते हैं, लोगों की भीड़ के साथ कई बार खास दुर्घटनाओं के दौरान यहां भीड़ बेकाबू हो जाती है इसलिए भीड़ नियंत्रण और अपराध की रोकथाम में लिए इस जगह पर नई चौकी की जरूरत पड़ रही है. 

Reporter- Ajay Ojha 

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