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अलवर: राजगढ़, थानागाजी समेत कई क्षेत्रों में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने जन आक्रोश यात्रा को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा.उन्होंने कहा कि राजगढ़ से जिस प्रकार सन्देश पूरे देश व राज्य में गया है कि क्या कोई ऐसी सरकार हो सकती है जो अपने आराध्य के मंदिर को विध्वंस कर सकती है, जिसने भगवान शिव के शिवलिंग को उखाड़ा है. ऐसे में हमरा पहला फर्ज बनता है कि चुनाव में हम कांग्रेस को जड़ से उखाड़ फेंके.
उन्होंने कहा कि यह तुष्टीकरण की सरकार है, जो जाति, पंथ और मजहब के आधार पर भेद करती है. वहीं, दूसरी ओर थानागाजी विधानसभा के गोलाकाबास में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने राजस्थान सरकार के झूठे चुनावी घोषणा पत्र व जनता से किए गए वादों की याद दिलाते हुए बेरोजगारों को भत्ता नहीं देना,आए दिन पेपर लीक होना, किसानों को बिजली व खाद नहीं मिलना, भ्रष्टाचार,बलात्कार व अपराधों की संख्या बढ़ना आदि समस्याओं से राजस्थान का बेरोजगार, किसान व आम जनता परेशान है, लेकिन कांग्रेस सरकार का इस ओर कोई ध्यान नही है. इन चार साल के कार्यकाल में केवल अपनी कुर्सी बचाए रखने का विकास किया है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने किसानों से, नौजवानों से ठगी करी है. अब चुनावों में कांग्रेस राजस्थान मुक्त हो जाएगी.राजस्थान के सभी कोम के बेरोजगार त्रस्त है.आत्महत्या को मजबूर है ऐसी सरकार को जड़ से मिटाने के लिए लोग चुनावों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
पूनिया का जगह-जगह स्वागत
जिले में जन आक्रोश यात्रा के दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का जगह-जगह फूल-मालाओं और फलों से तौलकर स्वागत किया गया. राजगढ़ के मेला का चौराहा पर सैनी समाज की ओर से पूनिया को फलों से तोला गया. सराय बाजार में विगत दिनों हुए सराय बाजार व मंदिर विध्वंस प्रकरण को लेकर प्रकाश दीक्षित के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा. पूनिया का जगह-जगह विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पुष्पवर्षा, दुपट्टा व मिठाई खिलाकर स्वागत किया.
जन आक्रोश यात्रा के दौरान इन नेताओं ने सरकार को घेरा
जनसभा को पूर्व मंत्री मंगल राम कोली, पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली,पूर्व विधायक रामहेत यादव, पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल, पूर्व विधायक जयराम जाटव, जिला अध्यक्ष संजय नरुका, जिला संगठन मंत्री विष्णु चेतानी आदि ने संबोधित करते हुए कांग्रेस के शासन को कुशासन,जंगलराज,अपराध व अपराधी को बढ़ावा देने वाली सरकार बेरोजगारों के साथ धोखा देकर बेरोजगारी भत्ता नही देना, प्रतियोगिता परीक्षाओं के आए दिन पेपर लीक करवाना, किसानों को समय पर बिजली व खाद उपलब्ध नहीं करवाना ,भ्रष्टाचार में लिप्त रहना आदि बताते हुए जमकर कोसा.