पुष्कर: देसी-विदेशी फूलों से सजा जगतपिता ब्रह्मा मंदिर, सजावट देखकर श्रद्धालु हुए अभिभूत
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पुष्कर: देसी-विदेशी फूलों से सजा जगतपिता ब्रह्मा मंदिर, सजावट देखकर श्रद्धालु हुए अभिभूत

तीर्थ नगरी पुष्कर स्थित विश्व का एकमात्र पौराणिक चतुर्मुख ब्रह्मा मंदिर आज शनिवार को देश और विदेश के विभिन्न प्रजातियों के फूलों से विशेष सजावट की गई.

देसी-विदेशी फूलों से सजा जगतपिता ब्रह्मा मंदिर

Pushkar: तीर्थ नगरी पुष्कर स्थित विश्व का एकमात्र पौराणिक चतुर्मुख ब्रह्मा मंदिर आज शनिवार को देश और विदेश के विभिन्न प्रजातियों के फूलों से विशेष सजावट की गई, जिसे देखकर देश और विदेश से आने वाले श्रद्धालु अभिभूत हो गए. गर्भ ग्रह से मुख्य द्वार तक हुई इस सजावट में 4000 क्विंटल से अधिक फूलों से सजावट की गई. दिल्ली से आए 35 विशेष कलाकारों ने इस विशेष सज्जा को अंजाम दिया. 

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जानकारी के अनुसार पुष्कर के होटल व्यवसाय राजेंद्र महावर और उनके समधी ज्ञान सैनी की जगतपिता ब्रह्मा मंदिर में गहरी आस्था है, जिसके चलते जगतपिता ब्रह्मा मंदिर को देश विदेश में मशहूर फूलों की लिली, रजनीगंधा, मोगरा, गेंदा, गुल दावदी, कट फ्लावर जैसी किस्मों विशेष सजावट की गई. 

जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के पुजारी वैभव वशिष्ठ ने बताया कि शनिवार को विशेष सज्जा के बाद सायंकाल विशेष महा आरती का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें देश भर से आए हजारों श्रद्धालु भाग लेंगे. गौरतलब है कि पौराणिक कथाओं के अनुसार पुष्कर की उत्पत्ति कमल के पुष्प से हुई है और इसी के चलते पुष्प और कर के संस्कृत भाषा के शब्दों की संधि से पुष्कर नाम की उत्पत्ति हुई. 

साथी जगतपिता ब्रह्मा कमल पुष्प पर विराजित है. इसी कारण विभिन्न पुष्प का विशेष धार्मिक महत्व माना जाता है. इसी धार्मिक महत्व में आस्था रखते हुए पुष्कर के महावर परिवार ने जगतपिता ब्रह्मा मंदिर में इस विशेष सजावट को करवाया है. विशेष सजावट को देखते हुए उपखंड अधिकारी और अस्थाई मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव सुखाराम पिंडेल ने खुशी का इजहार किया है. साथ ही आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं.

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