परचून एवं पशु आहार की आड़ में दुकानदार खुलेआम इफको डीएपी खाद की कालाबाजारी कर एमआरपी से ज्यादा दाम पर बेच रहे हैं.
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Kishangarh: अरांई उपखंड क्षेत्र में बारिश होने से किसान बुवाई करने के लिए इफको डीएपी खाद के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं. वहीं परचून एवं पशु आहार की आड़ में दुकानदार खुलेआम इफको डीएपी खाद की कालाबाजारी कर एमआरपी से ज्यादा दाम पर बेच रहे हैं.
कृषि अधिकारी हेतराम जाट को ग्रामीणों ने लिखित में महेंद्र जैन की शिकायत की और बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अंराई के सामने परचून और पशु आहार की आड़ में इफको डीएपी की कालाबाजारी कर एमआरपी से ज्यादा दाम पर बेचने की शिकायत मिलने पर मौके पर पहुंचे तो गोदाम के अंदर पिकअप गाड़ी में इफको डीएपी के कट्टे लोड किए जा रहे थे.
खबर मीडिया में चलने पर अरांई तहसीलदार हनुमान प्रसाद बेरवा ,थाना प्रभारी जय सुल्तान सिंह कविया , कृषि अधिकारी हेतराम जाट मौके पर पहुंचे तब तक दुकानदार दुकान के ताले लगाकर भाग चुका था और गोदाम में रखे कट्टे पिकअप भरकर गायब कर चुका था. थाना प्रभारी जय सुल्तान सिंह कविया ने फोन करके दुकानदार को बुलवाकर गोदाम के ताले खुलवाए और मौका निरीक्षण किया तो कुछ कट्टे इफको डीएपी के बारदाने में छुपा कर रख रखे थे. प्रशासन द्वारा अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.
सबसे बड़ा सवाल यह है कि किसानों को इफको डीएपी खाद क्रय विक्रय सहकारी समितियों में नहीं मिल रहा है, तो इस परचून दुकानदार के पास कहां से आया, कहीं क्रय-विक्रय के कर्मचारियों की मिलीभगत तो नहीं है यह जांच का विषय है.
कृषि अधिकारी हेतराम जाट ने कहा दोषी पर होगी कार्रवाई
कृषि अधिकारी हेतराम जाट ने कहा कि मुझे लिखित में इफको डीएपी खाद की कालाबाजारी और एमआरपी से ज्यादा दाम वसूलने की सूचना मिली थी. इस पर मौके पर पहुंचा तो गोदाम में 7-8 खाद के कट्टे पिकअप में डाले जा रहे थे. दुकानदार से पूछने पर कहा कि ड्राइवर खेती करने के लिए लाया है.
दुकानदार ने यह कबूल किया कि सोसाइटी में खुला खाद किसानों को नहीं देते हैं, इसलिए पांच 10 किलो खुला खाद किसानों को देते हैं, जो सरासर गलत है. दुकानदार को पाबंद किया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी.
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