गुरु पूर्णिमा पर पुष्कर सरोवर में डुबकी लगाने आए सीकर के दो युवकों की डूबने से मौत
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गुरु पूर्णिमा पर पुष्कर सरोवर में डुबकी लगाने आए सीकर के दो युवकों की डूबने से मौत

Ajmer news: गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर पुष्कर सरोवर में डुबकी लगाने आए सीकर निवासी दो युवक सरोवर के गहरे पानी में चले गए. शाम करीब 5: 40 बजे से सिविल डिफेंस के वालंटियर दोनों युवकों को सरोवर में तलाशने के प्रयास में जुटे रहे.

 

गुरु पूर्णिमा पर पुष्कर सरोवर में डुबकी लगाने आए सीकर के दो युवकों की डूबने से मौत

Ajmer, pushkar: गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर आस्था का दामन थाम सैकड़ों किलोमीटर का रास्ता तय कर पुष्कर सरोवर में डुबकी लगाने हजारों श्रद्धालु पहुंचे हैं. इसी बीच शाम को दुखद हादसा सामने आया. जहां सरोवर के जयपुर घाट पर अपने दोस्तों के साथ पुष्कर यात्रा पर आए सीकर निवासी दो युवक सरोवर के गहरे पानी में चले गए. शाम करीब 5: 40 बजे से सिविल डिफेंस के वालंटियर दोनों युवकों को सरोवर में तलाशने के प्रयास में जुटे हैं.

अपने दोस्त के साथ पुष्कर आया थे युवक

अपने एक दोस्त के साथ पुष्कर भ्रमण पर आए सीकर निवासी राकेश और श्रवण सरोवर में स्नान करने के लिए नीचे उतरे थे. इसी दौरान वह गहरे पानी में चले गए. इस दौरान उनके साथ आए दोस्त ने दोस्तों को बचाने के लिए आवाज भी लगाई. पर मौके पर कोई वॉलिंटियर तैनात नहीं था. हल्ला होने के करीब 5 मिनट ऑफ बाग सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर सरोवर के जयपुर घाट पर पहुंचे और युवकों को तलाशना शुरू कर दिया. 45 मिनटों से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद दोनों युवकों का कोई सुराग पुष्कर सरोवर में नहीं लगा. सूचना मिलते ही पुष्कर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक के साथ आए दोस्त से जानकारी लेना का प्रयास किया.

जिला और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही आई सामने

चक्रवाती तूफान के बाद हुई तेज बारिश के बाद सरोवर का जलस्तर करीब 12 से 14 फीट बढ़ गया है. इसके बावजूद सरोवर के किनारे किसी भी तरह के सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए. सरोवर पर तैनात एसडीआरएफ के वॉलिंटियर की संख्या भी बहुत कम है. जिसके चलते सरोवर के मुख्य घाटों पर ही वॉलिंटियर तैनात किए जा सकते हैं.

पूरे मामले को लेकर स्थानीय तीर्थ पुरोहितों ने नाराजगी जाहिर करते हुए बताया है कि एक और तो गुरु पूर्णिमा का अवसर है और दूसरी ओर सावन का महीना शुरू होने वाला है जिसके चलते लाखों श्रद्धालु पुष्कर सरोवर में स्नान करने आएंगे. इसके साथ ही प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा में करीब 1 लाख श्रद्धालुओं के प्रति दिन जुटने का अनुमान लगाया जा रहा है. ऐसे में प्रशासन की लापरवाही श्रद्धालुओं की जान पर भारी पड़ सकती है.

Reporter- Abhijeet Dave

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