राजस्थान के अजमेर जिले में बारिश के बाद दूसरे दिन कोहरे ने अपना कहर दिखाया है. शहर में घने कोहरे के चलते हाइवे और सड़कों पर आवाजाही के साथ ही आम जनजीवन अस्त व्यस्त देखने को मिला.
Trending Photos
Ajmer News: अजमेर जिले में बारिश के बाद दूसरे दिन कोहरे ने अपना कहर दिखाया है. शहर में घने कोहरे के चलते हाइवे और सड़कों पर आवाजाही के साथ ही आम जनजीवन अस्त व्यस्त देखने को मिला.
जनता इस सर्दी से बचाव के लिए लाखों चेतन करती नजर आई तो वहीं घर से बाहर निकलना भी सभी के लिए मुश्किल दिखाई दिया. पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते लगातार मौसम में परिवर्तन देखने को मिल रहा है.
यह भी पढे़ं- नौलखा के लिए मचल गई भाभी जी, हरियाणवी गाने पर छत पर लगाए जबर्दस्त ठुमके, धांसू वीडियो वायरल
अजमेर जिले में रविवार को बारिश और ओलावृष्टि के बाद सर्दी ने अपने तेवर और तेज कर दिया है. सोमवार को सर्दी का सितम इस शहर और ग्रामीण इलाकों में जारी रहा तो मंगलवार को आज कोहरे ने अपना सितम ढाया है. पूरे जिले में कोहरे की चादर हर जगह पर देखी जा रही है, जिसके कारण वाहन चलाना काफी मुश्किल हो रहा है तो वहीं आना जाना और घर से बाहर निकलना भी दूभर हो गया है. ऐसे में रोज का कार्य करना बेहद मुश्किल है.
सभी गर्म कपड़ों से पूरे ढके हुए नजर आ रहे
अजमेर शहर की बात करें तो सभी इलाकों में 20 से 30 मीटर पर भी दिखाई नहीं दे रहा, जिसके कारण सर्दी भी अपना प्रकोप दिखा रही है और इससे बचने के लिए लोगों को जतन करते नजर आ रहे हैं. कहीं अलाव जलाते देखने को मिल रहा है तो वहीं सभी गर्म कपड़ों से पूरे ढके हुए नजर आ रहे हैं. जरूरत पर मजबूर लोग ही अपने काम के लिए बाहर निकल रहे हैं. इस सर्दी से बचाव के लिए सभी अलग-अलग प्रयत्न करते दिखाई दे रहे हैं तो वही नेशनल हाईवे और अन्य सड़कों पर गाड़ियां चलाना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है.
किसान नजर आ रहे चिंतित
कई स्थानों पर ट्रक चालकों ने हाईवे पर ही ट्रक खड़े कर दिए हैं, जिसके कारण हादसों की आशंका भी बनी हुई है. ऐसे में सभी इस कोहरे से निजात पाने के लिए भगवान से जल्द सूर्य देवता के दर्शन कराने की मनोकामना कर रहे हैं. गिरते तापमान के कारण किसानों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन बताया जा रहा है कि यह कोहरा कई फसलों के लिए लाभदायक है तो वहीं सब्जी फसलों के लिए यह नुकसान देने वाला भी है, जिसे लेकर किसान भी चिंतित और परेशान हैं और अपनी फसल बचाने के लिए प्रयत्न कर रहे हैं.