करंट की चपेट में आने से 50 गायों की मौत, कलेक्टर की हिदायत के बाद भी हालात बदतर
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करंट की चपेट में आने से 50 गायों की मौत, कलेक्टर की हिदायत के बाद भी हालात बदतर

बुजुर्ग की आंखों से टपकते करुणा के आंसू, अपनी मां को तलाशती बछड़े की पुकार, भयंकर विद्युत प्रवाह की चपेट में आने से सड़क किनारे पड़ा गोवंश का मृत शरीर, यह तमाम दृश्य विद्युत विभाग की संवेदनहीनता को दिखाने के लिए काफी है.

करंट की चपेट में आने से 50 गायों की मौत, कलेक्टर की हिदायत के बाद भी हालात बदतर

अजमेर: बुजुर्ग की आंखों से टपकते करुणा के आंसू, अपनी मां को तलाशती बछड़े की पुकार, भयंकर विद्युत प्रवाह की चपेट में आने से सड़क किनारे पड़ा गोवंश का मृत शरीर, यह तमाम दृश्य विद्युत विभाग की संवेदनहीनता को दिखाने के लिए काफी है. पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में 50 से अधिक गोवंश की मौत और कलेक्टर के दो दौरों के बावजूद विद्युत विभाग के कर्मचारी और अधिकारी पार्टियों में अश्लील डांस में मशगूल है.

कलेक्टर अंशदीप की नाराजगी के बावजूद पुष्कर में मूक प्राणियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. हालिया मामला पुष्कर कस्बे के वामदेव मार्ग का है. जहां, करीब 85 वर्षीय वृद्धा सुंदरी देवी की गाय पानी पीने के लिए गई. इसी दौरान भूमिगत विद्युत केबल लाइन की डीपी के करंट ने उसे अपनी ओर खींच लिया. गोवंश को करंट की चपेट में आया देखकर वृद्धा अपनी जान की परवाह किए बिना गाय को बचाने दौडी. मौके पर गुजर रहे राहगीरों ने वृद्धा को जैसे तैसे कर करंट की चपेट से बाहर छुड़वाया. पर इस हादसे में बेजुबान गाय की दर्दनाक मौत हो गई.

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कलेक्टर के दौरे के बाद भी बिजली विभाग गंभीर नहीं

यह पहला वाकया नहीं है, जहां मुकप्राणी विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते काल का ग्रास बन गए. आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो अब तक 50 से अधिक गोवंश की मौत भूमिगत विद्युत केबल लाइन की चपेट में आने के कारण हो गई . ऐसा नहीं है कि जिला प्रशासन इन घटनाओं के प्रति संवेदनशील नहीं है. अजमेर कलेक्टर अंशदीप ने दो बार दौरा कर विद्युत विभाग को अपनी व्यवस्थाएं सुधारने की हिदायत भी दि जा चुकी है, पर बावजूद इसके हाल और भी बदतर होते नजर आने लगे हैं.

क्षेत्रवासियों ने बताया कि गत 7 दिनों से लगातार विद्युत विभाग को पानी में आ रहे करंट के संबंध में सूचित किया जा रहा है. पर विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया. विभागीय कर्मचारियों की उदासीनता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घटना के बाद मौके पर महज दो लाइनमैन भेज कर विभागीय अधिकारियों ने अपने दायित्वों की इतिश्री कर ली.

बिजली विभाग के खिलाफ लोगों में आक्रोश

विभाग के रवैया को लेकर क्षेत्रवासियों ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि वामदेव मार्ग सहित पुष्कर मैं भूमिगत केबल लाइन आए दिन हादसों का सबब बन रही है . वही भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के प्रभारी घनश्याम भाटी ने बताया कि इन हादसों में कृषकों की आजीविका कहे जाने वाली गायों की मौत पर गोपाल को इसका मुआवजा मिलना चाहिए. वहीं, एनिमल केयर सोसाइटी के हेमंत पाराशर ने मांग की है कि जल्द से जल्द विद्युत विभाग अपनी व्यवस्थाओं को सुधारे अन्यथा ऐसे में कोई बड़ा हादसा घट सकता है .

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