अखिल राजस्थान मेघवंशी मेघवाल महासभा संस्थान ब्यावर की ओर से अष्टम सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया. जहां 27 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे.
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Beawar: अखिल राजस्थान मेघवंशी मेघवाल महासभा संस्थान ब्यावर की ओर से मंगलवार को अष्टम सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया. सामूहिक विवाह सम्मेलन में विभिन्न जगहों से आए समाज के 27 जोड़े पाणिग्रहण संस्कार के साथ परिणय सूत्र में बंधे.
ई- रिक्शा में सवार होकर निकले जोड़े
आपको बता दें कि विवाह सम्मेलन के लिए मंगलवार को सुबह सेदड़ा रोड स्थित मेघ महल से वर वधू की निकासी शोभायात्रा के रूप में निकाली गई. शोभायात्रा में सभी 27 जोड़े ई रिक्शा में सवार थे. इस दौरान उनके परिजन हाथी घोड़े और बैंड बाजों की धुनों पर बाराती नाचते-गाते हुए चल रहे थे. शोभायात्रा के रूप में मेघ महल से आरंभ हुई बारात (शोभा यात्रा) आइओसी कॉलोनी, गोविंदपुरा चौराहा, अग्रसेन स्कूल से होते हुए विवाह स्थल रामसर बलाइयान स्थित मेघवाल छात्रावास पहुंची.
साथ ही समाज बंधुओं द्वारा जगह जगह पर स्वागत द्वार बनाकर बारात शोभा यात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया. बारात शोभा यात्रा के विवाह सम्मेलन पहुंचने पर तोरण की रस्म अदा की गई. तोरण के पश्चात विवाह स्थल पर वैदियों पर अजमेर के आर्य समाज से आए विद्वान पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पाणिग्रहण संस्कार संपन्न करवाएं. इस दौरान दूल्हा दुल्हनों ने विवाह के सात वचन दोहराते हुए जीवन में एक दूसरे साथ जीनेमरने का संकल्प लिया. सामूहिक विवाह सम्मेलन के अध्यक्ष हजारी लाल भाटी के अनुसार पाणिग्रहण संस्कार संपन्न होने के पश्चात भोजन तथा उसके बाद विदाई की रस्म अदा की गई.
जागरूकता का परिणाम है सामूहिक विवाह सम्मेलन
इस दौरान आयोजित समारोह में राजनीति से जुड़े, विधायक तथा जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की. विदाई समारोह को संबोधित करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने नवविवाहित जोड़ों को सुखी दाम्पत्य जीवन का आर्शिवाद देते हुए आपसी सामंजस्य से अपना जीवन व्यतीत करने की सलाह दी. वक्ताओं ने कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन समाज में शिक्षा के प्रति आई जागरूकता का ही परिणाम है. सामूहिक विवाह सम्मेलन से समाज में फिजूलखर्ची पर रोक लगती है और समाज में समानता के भाव जाग्रत होते है. वक्ताओं अखिल राजस्थान मेघवंशी मेघवाल महासभा संस्था की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए विवाह सम्मेलन में अपनी भूमिका निभाने वालों तथा व्यवस्थाओं को अंजाम देने वालों को साधुवाद दिया.
Reporter: Dilip Chouhan
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