तोरण मारने परंपरा

तोरण मारना एक अनोखी विवाह प्रथा है और माना जाता है कि मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर से इसके गहरे संबंध है.

Arpit Pandey
Nov 21, 2024

तोरण मारना क्या है?

परंपरा में दूल्हा दुल्हन के घर के बाहर लगे सजावटी तोरण को तलवार या लकड़ी से मारता है. यह ताकत-शुभता का प्रतीक है.

कौन था तोरण

तोरण पहले राक्षस था जो तोते का रूप धारण करके दूल्हे के अंदर प्रवेश कर दुल्हन से शादी कर लेता था.

परंपरा की शुरुआत

यह परंपरा सदियों पहले मध्य भारत में शुरू हुई जब एक दूल्हे ने तोरण नाम के राक्षस को तोते के रूप में तलवार से मार गिराया था.

सांस्कृतिक महत्व

तोरण समृद्धि और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का प्रतीक माना जाता है, इसे मारने से सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद है.

तोरण का डिजाइन

तोरण फूलों, आम की पत्तियों या सजावटी मोतियों से बना होता है और इसे मेहमानों का स्वागत करने के लिए दरवाजे पर लगाया जाता है.

तलवार का प्रतीकवाद

दूल्हे के माध्यम से इस्तेमाल की गई तलवार या लकड़ी, बहादुरी और परिवार की सुरक्षा के प्रति उसकी क्षमता का प्रतीक मानी जाती है.

मध्य प्रदेश से संबंध

मध्य प्रदेश के मालवा और बुंदेलखंड क्षेत्रों में इस रस्म को उनके समृद्ध वैवाहिक रीति-रिवाजों के हिस्से के रूप में इसे संरक्षित किया गया है.

सामुदायिक योगदान

तोरण अक्सर स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए जाते हैं, जो मध्य प्रदेश की जीवंत कारीगरी और सामुदायिक भावना को दर्शाते हैं.

एमपी की है धरोहर

परंपरा मध्य प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है, जो इतिहास, कला और रिवाजों को आधुनिक जीवन से जोड़ती है.

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