पीठासीन अधिकारी चंद्र प्रकाश ठाकुर की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार की सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो चुकी है. दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर मतदाताओं के बीच मतदान को लेकर काफी उत्साह देखे को मिल रहा है. दोपहर 3 बजे तक इस सीट पर 59% वोटिंग हुई है. 48 घंटे पहले तक चुनावी वहिष्कार का मीटिंग लेने वाले आत्मसमर्पित नक्सलियों ने भी पोलिंग बूथ पहुंचकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. कांचा भीमा और नीलू नाम के इन आत्मसमर्पित नक्सलियों ने गुमियापाल के पोलिंग बूथ पहुंचकर मतदान किया. दोनों नक्सलियों ने दो दिन पहले ही आत्मसमर्पण किया था.
ऐसे में कटेकल्याण के परचेली पोलिंग बूथ से 200 मीटर दूर सुरक्षाबलों ने IED बरामद किया है. बता दें परचेली मतदान क्षेत्र अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में से एक है, जिसके चलते यहां भारी मात्रा में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.
इस बीच कटेकल्याण विकासखंड के परचेली पोलिंग बूथ के पीठासीन अधिकारी की अचानक तबीयत खराब होने के बाद मौत हो गई. मिली जानकारी के मुताबिक पीठासीन अधिकारी चंद्र प्रकाश ठाकुर की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. चंद्र प्रकाश ठाकुर की मौत के पीछे हार्ट अटैक की आशंका जाहिर की गई है.
चुनाव आयोग ने 273 पोलिंग बूथ में से 86 को संवेदनशील और 157 को अति संवेदनशील घोषित किया है. जिसकी सुरक्षा के लिए 60 से ज्यादा अतिरिक्त कंपनिया लगाई हैं. जिसमें करीब 16 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं. दंतेवाड़ा SP अभिषेक पल्लव के मुताबिक हर इलाके पर जवानों की पैनी नजर है. आपको बता दें कि 2018 में हुए चुनाव में दंतेवाड़ा सीट पर 49 फीसदी मतदान हुआ था. जिसमें भीमा मंडावी की जीत हुई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. जिसके बाद यहां उपचुनाव हो रहा है.
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दंतेवाड़ा में बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों की प्रत्याशी नक्सली हमले में मारे गए नेताओं की पत्नियां हैं. बीजेपी की ओजस्वी मंडावी भीमा मंडावी की पत्नी हैं. वहीं देवती कर्मा महेंद्र कर्मा की पत्नी हैं, जिन्हें नक्सलियों ने झीरमघाटी में अपना निशाना बनाया था. बस्तर में कुल 12 सीट हैं. जिनमें से 11 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. ऐसे में कांग्रेस इस सीट को जीतकर बीजेपी मुक्त बस्तर बनाना चाहती है. वहीं बीजेपी इस सीट को जीतकर बस्तर की 1 सीट जीतकर अपना वजूद बचाना चाहती है.
नक्सल प्रभावित होने के कारण इस सीट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और इलाके में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए यहां सुरक्षाबल की 57 अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है. बता दें कि डीआरजी, सीआरपीएफ और एसटीएफ सहित इलाके में 10 हजार से भी ज्यादा जवानों की तैनाती की गई है.
कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा अपने गांव फरसपाल में मतदान करने वाली हैं. वहीं बीजेपी प्रत्याशी ओजस्वी मन्डावी अपने गांव गदापाल में मतदान करेंगी, फरसपाल में पोलिंग बूथ पर वोटिंग के लिए ग्रामीणों का जबरदस्त उत्साह दिख रहा है. लोग बड़ी तादाद में वोट डालने आ रहे हैं. लम्बी लाईन लगी है, हालांकि सुरक्षागत कारणों से गांव के पास पहाड़ी तरफ के लोगों के नाखून पर स्याही नहीं लगाई जा रही है.
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दंतेवाड़ा में मतदान के लिए कुल 273 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जहां कुल 1 लाख 88 हजार मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इस सीट से कुल 9 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से भाजपा की ओर से विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी और कांग्रेस से देवती कर्मा मैदान में हैं. आपको बता दें कि देवती कर्मा बस्तर टाइगर के नाम से प्रसिद्ध और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिवगंत महेंद्र कर्मा की पत्नी हैं. ऐसे में दोनों ही प्रत्याशियों के बीच मुकाबला काफी कड़ा है.
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बता दें दंतेवाड़ा विधानसभा सीट विधायक भीमा मंडावी की मौत के बाद खाली हो गई थी. लोकसभा चुनाव से पहले नक्सलियों ने विस्फोट कर भाजपा विधायक की हत्या कर दी थी. दिवगंत विधायक भीमा मंडावी के साथ ही इस विस्फोट में उनके ड्राइवर और तीन जवान भी शहीद हो गए थे. दरअसल, नक्सलियों ने दंतेवाड़ा-सुकमा रोड पर स्थित नकुलनार के पास विधायक भीमा मंडावी के वाहन को अपना निशाना बनाया था, यह धमाका इतना जोरदार था कि गाड़ी 200 मीटर दूर जा गिरी थी.