Poonam Pandey Death: क्या है सर्वाइकल कैंसर जिसने ले ली पूनम पांडे की जान? कल ही बजट में इससे जुड़ा हुआ था बड़ा ऐलान
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Poonam Pandey Death: क्या है सर्वाइकल कैंसर जिसने ले ली पूनम पांडे की जान? कल ही बजट में इससे जुड़ा हुआ था बड़ा ऐलान

Poonam Pandey death: विवादों के कारण सुर्खियों में रहने वाली स्टार पूनम पांडे की सर्वाइकल कैंसर से मौत हो गई है. पूनम के अचानक निधन से हर कोई सदमे में है. ऐसे में आइए जानते हैं सर्वाइकल कैंसर के बारे में.

 

Poonam Pandey Death: क्या है सर्वाइकल कैंसर जिसने ले ली पूनम पांडे की जान? कल ही बजट में इससे जुड़ा हुआ था बड़ा ऐलान

Poonam Pandey Death News: फेमस एक्ट्रेस पूनम पांडे की 32 साल की उम्र में सर्वाइकल कैंसर से मौत हो गई है. पूनम के अचानक निधन से हर कोई सदमे में है. एक्ट्रेस के ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर ये दावा किया गया है कि पूनम पांडे अब नहीं रहीं. बता दें कि इसी सर्वाइकल कैंसर को लेकर एक फरवरी को मोदी सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. 

बजट में सर्वाइकल कैंसर को लेकर बड़ा ऐलान
सर्वाइकल कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए मोदी सरकार ने अंतरिम बजट में इस बीमारी की रोकथाम के लिए अहम फैसला लिया है. वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण के दौरान कहा कि देश में 9-14 साल की बालिकाओं को मुफ्त में टीका लगाया जाएगा. बता दें कि एक्ट्रेस पूनम पांडे की सर्वाइकल कैंसर से मौत होने के बाद महिलाओं में डर बैठ गया है कि क्या यह कैंसर जानलेवा हो सकता है? 

सर्वाइकल कैंसर क्या है?
गर्भाशय के मुंह के कैंसर को सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है. यह कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरू होता है. सर्वाइकल कैंसर होने पर जननांग में संक्रमण हो जाता है. यह ह्यूमन पैपिलोमावायरस के कारण होता है, जिसे आमतौर पर एचपीवी के रूप में जाना जाता है. WHO के मुताबिक सर्वाइकल कैंसर दुनिया में चौथा सबसे आम प्रकार का कैंसर है. इससे महिलाओं की मौत में भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है. 

 WHO ने जारी किया आंकड़ा 
सर्वाइकल कैंसर को लेकर WHO ने आंकड़े भी जारी किए हैं. WHO द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में वर्ष 2022 में कैंसर के कुल मामले 14 लाख 13000 के करीब दर्ज हुए. जिनमें से 9 लाख 16 हजार लोगों की मौत हुई. भारत में इस वक्त कुल कैंसर मरीजों की संख्या तकरीबन 33 लाख है.

 सर्वाइकल कैंसर से बचाव के उपाय
अगर महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में किसी भी तरह का थक्का बन रहा है, या पीरियड्स खत्म होने के बाद भी थक्का जमने और ब्लीडिंग की समस्या है, या फिर सेक्स के बाद ब्लीडिंग की समस्या है तो उन्हें जांच करानी चाहिए. इसका पता अक्सर तीसरे या चौथे चरण में चलता है. तब तक इलाज मुश्किल हो जाता है. यदि आप यौन रूप से सक्रिय हैं तो हर तीन साल में पैप स्मीयर टेस्ट करवाकर कैंसर का पता लगाया जा सकता है.

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सर्वाइकल कैंसर का टीका
आपको बता दें कि राहत की बात यह है कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए टीके उपलब्ध हैं. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का कहना है कि वह सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए Cervavac नाम की वैक्सीन बनाएगी. वैक्सीन की कीमत सिर्फ 2000 रुपये प्रति डोज रखी गई है. कल बजट में सरकार ने 9-14 साल की लड़कियों को ये वैक्सीन मुफ्त लगाने का फैसला किया है.

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