Khargone Inspiring Initiative: खरगोन के 7 साल के एक बच्चे विवान मालविया ने 44°C के तापमान में चिड़ियों और अन्य पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था की. टीवी पर पक्षियों को पानी के लिए परेशान देखकर विवान ने अपने जन्मदिन पर पक्षियों के लिए सकोरे बांटने का फैसला किया. विवान की इस पहल से प्रेरित होकर कालौनी के अन्य बच्चे भी इसमें शामिल हुए.
खरगोन में 44 डिग्री सेल्सियस में अगर पक्षियों और अन्य जानवरों के लिए कोई पहल की जाए, वो भी सात साल के बच्चे के द्वारा, तो ये दूसरों के लिए भी प्रेरणादायक होगी.
खरगोन के सात साल के विवान मालवीय ने टीवी पर देखा कि आम लोगों के साथ-साथ पशु-पक्षी भी गर्मी से बेहाल हैं, तो उसने अपने माता-पिता से उसके जन्मदिन पर पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करने की इच्छा जताई.
विवान की मां स्मृति मालवीय ने बेटे की इच्छा के मुताबिक सकोरे (कटोरे) बांटने की तैयारी की. बता दें कि पूरी कॉलोनी और अन्य कॉलोनियों में सकोरे बांटे गए.
वे बताती हैं कि विवान ने कहा कि हम एसी और कूलर में बेहाल हैं, तो इन पक्षियों की क्या हालत होगी. इसलिए इनके लिए पानी की व्यवस्था की जाए.
पिता का कहना है कि इसलिए बड़ी संख्या में बेटे के जन्मदिन पर हमने सकोरे बांटे. पिता गौतम मालवीय भी अपने सात वर्षीय बालक की बात से अभिभूत है. विवान ने टीवी ने पक्षियों को पानी के लिए परेशान और मरते हुए देख मुझे पक्षियों के लिए खासकर गोरिया (चिड़िया) के लिए पानी की व्यवस्था की चिंता जताई जो मुझे सही लगी पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था तो हम कर सकते हैं. इसलिए सकोरे (कटोरे) बांटे.
विवान खुद कहते हैं कि पक्षियों की पानी से मरने को टीवी में देखा तो यह आइडिया आया. आखिर विवान के जन्मदिन पर कॉलोनी के सारे बच्चे इक्कठा हुए और उन्होंने घर-घर सकोरे बांटे.
बच्चे भी विवान की पहल से खुश हैं. बच्चे कुशल चौहान और जय सिंगोरिया बताते हैं कि हम सकोरों में दिन में दो से तीन बार पानी रखेंगे ताकि पक्षियों को भी शीतल पेय जल मिल सकें. विवान की पहल से बच्चों के साथ बड़े भी खुश हैं. विवान के जन्मदिन पर बच्चों को भी चाकलेट ,आइसक्रीम नहीं पक्षियों के लिए सकोरे बांटे गए.रिपोर्ट: राकेश जायसवाल (खरगोन)
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