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शराब घोटाला का मास्टरमाइंड कौन? कैसे होता था पैसों का अरेंजमेंट, ईडी ने किया बड़ा खुलासा

Chhattisgarh Liquor Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले के सिलसिले में राज्य के पूर्व आबकारी मंत्री एवं कांग्रेस विधायक कवासी लखमा को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. कवासी लखमा को घेरे में लेने के बाद ईडी ने कई बड़े खुलासे किए हैं. आइए बताते हैं कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले का मास्टरमाइंड कौन है और आखिर कहां से होता ता पैसों का अरेजमेंट...

 

2 करोड़ मिलता था कमीशन

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2 करोड़ मिलता था कमीशन

दरअसल, छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा  ED की रिमांड में हैं. बुधवार को वे रायपुर के ED ऑफिस पूछताछ के लिए गए थे. यहीं से उनकी गिरफ्तारी हुई. ईडी के वकील का दावा है कि कवासी लखमा को हर महीने 2 करोड़ रुपए कमीशन मिलते थे.

 

हर महीने दिए जाते थे 50 लाख

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हर महीने दिए जाते थे 50 लाख

ED के वकील सौरभ पांडेय के मुताबिक, गिरफ्तार अरुणपति त्रिपाठी और अरविंद सिंह ने पूछताछ में बताया था कि पूर्व मंत्री के पास हर महीने कमीशन पहुंचता था. अरविंद सिंह ने बताया था कि शराब कर्टल से हर महीने लखमा को 50 लाख रुपए दिए जाते थे. 

 

जानिए क्या बोले ईडी के वकील

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जानिए क्या बोले ईडी के वकील

ED के वकील सौरभ पांडेय के मुताबिक, अरुणपति त्रिपाठी  ने कहा था कि 50 लाख रुपए के ऊपर भी 1.5 करोड़ रुपए और दिया जाता था. इस हिसाब से 2 करोड़ रुपए पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को हर महीने कमीशन के मिलते थे.

 

जानिए कौन करता था पैसों का अरेंजमेंट

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जानिए कौन करता था पैसों का अरेंजमेंट

आबकारी विभाग में काम करने वाले ऑफिसर इकबाल खान, जयंत देवांगन ने बताया कि वे पैसों का अरेंजमेंट कर उनको भेजते थे. उन्होंने बताया कि  कन्हैया लाल कुर्रे के जरिए पैसों के बैग कलेक्ट किए जाते थे.

 

शराब घोटाले पर ईडी को मिले सबूत

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शराब घोटाले पर ईडी को मिले सबूत

बता दें कि, छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले को लेकर ED को  कवासी लखमा के खिलाफ कुछ सबूत मिले हैं. शराब घोटाले ममामे में कवासी लखमा के कमीशन लेने की बात भी सामने आई थी.  इस आधार पर ही गिरफ्तारी की गई है. 

 

जानिए कितने का है यह घोटाला

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जानिए कितने का है यह घोटाला

छत्तीसगढ़ का यह शराब घोटाला करीब 2161 करोड़ रुपए का बताया जा रहा है. क्योंकि, यह पूरा घोटाला सिंडिकेट के नाम से हुआ है. जांच में पता चला है कि शराब घोटाले का कमीशन सब लोगों में बांटा जाता था, जो हर महीने ट्रांसफर होता था. 2019 से लेकर 2022 तक लगातार शराब घोटाले में अवैध कमाई की बात ईडी की तरफ से कई गई है. इससे शासन को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ था. 

आज होना था मकान का उद्धघाटन

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आज होना था मकान का उद्धघाटन

बता दें कि ईडी की गिरफ्त में आए कवासी लखमा के मकान का आज  उद्धघाटन होने वाला था. हालांकि बताया जा रहा है कि अब मकान की तारीख बदल जाएगी. ऐसा बताया जा रहा है कि कवासी लखमा ने शराब घोटाले के पैसे से सुकमा में बेटे हरीश कवासी के घर के निर्माण और कांग्रेस भवन सुकमा के निर्माण करवाया.