Sengol At New Parliament: आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ये सेंगोल क्या है? इसे क्यों नई संसद भवन में क्यों स्थापित किया गया है? दरअसल गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सेंगोल को संग्रहालय में रखना ठीक नहीं होगा. जब संसद भवन देश को समर्पित किया जाएगा तो पीएम मोदी इस सेंगोल को स्वीकार करेंगे और लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास इसे स्थापित करेंगे.
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Sengol At New Parliament: नए संसद भवन का उद्घाटन हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूजा और हवन करने के बाद सेंगोल की भी पूजा की. उन्होंने इस दौरान राजदंड सेंगोल को साष्टांग प्रणाम किया. साथ ही उन्होंने वहां मौजूद साधुओं से आशीर्वाद लिया. इसके बाद पीएम मोदी ने सेंगोल को सदन में सभापति की कुर्सी के पास स्थापित कर दिया. बता दें कि 14 अगस्त 1947 की रात को एक अनूठी प्रक्रिया के तरह अंग्रजों से सत्ता हस्तांतरण के तौर पर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने इसे स्वीकार किया था. जिसे अब नए संसद भवन में स्थापित किया जाएगा.
#WATCH | PM Modi installs the historic 'Sengol' near the Lok Sabha Speaker's chair in the new Parliament building pic.twitter.com/Tx8aOEMpYv
— ANI (@ANI) May 28, 2023
बता दें कि प्रेस कॉफ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश के इतिहास में एक ऐसा वाक्या हुआ था जिसकी जानकारी देश के अधिकतर लोगों को नहीं है.
क्या है सेंगोल?
दरअसल सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक माने जाने वाले इस गदा नुमा वस्तु को तमिल में सेंगोल कहा जाता है. इसका अर्थ संपदा से जोड़ा जाता है. सेंगोल की हमारे इतिहास में काफी बड़ी भूमिका है. एक तरफ जहां अंग्रेजों से भारत को सत्ता हस्तांरण का ये माध्यम है, तो वहीं पंडित नेहरू ने तमिलनाडू से आए सेंगोल को स्वीकार किया था.
Briefing the press on a very important and historical event celebrating Azadi Ka Amrit Mahotsav. Watch Live! https://t.co/Xl0J8H9r5R
— Amit Shah (@AmitShah) May 24, 2023
आजादी का प्रतीक है
एक तरह से कहा जाए तो सेंगोल भारत की आजादी का प्रतीक है. 1947 में जब लॉर्ड माउंट बेटन ने पंडित जवाहर लाल नेहरू से पूछा कि सत्ता हस्तांतरण कैसे किया जाए? तब पंडित नेहरू ने राजा गोपालचारी से राय मांगी. फिर उन्होंने सेंगोल प्रक्रिया के बारे में बताया और सेंगोल को तमिलनाडू से बुलवाया गया. इसके बाद आधी रात पंडित नेहरू ने इसे स्वीकार किया.
Get ready to celebrate a historic milestone as Hon’ble PM Shri @narendramodi installs the sacred Sengol at the new Parliament on 28 May'23.
Let this emblem of righteousness & cultural unity strengthen India's bond as we embrace the spirit of #AmritKaal
#SengolAtNewParliament pic.twitter.com/QOMOs0RS00— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) May 24, 2023
स्पीकर के आसन के पास लगेगा
गृहमंत्री अमित शाह ने जानकारी देते हुए कहा कि सेंगोल को नए संसद भवन में स्पीकर के आसन के पास लगाया जाएगा. अमित शाह ने कहा कि सेंगोल की स्थापना के लिए संसद भवन से उपयुक्त और पवित्र स्थान कोई नहीं है. इसलिए जिन दिन संसद भवन देश को समर्पित होगा, उस दिन पीएम इसे लोकसभा स्पीकर के आसन के पास स्थापित करेंगे.