Chicken Party Investigation MP: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में पूर्व वनमंत्री की चिकन पार्टी के मामले में जांच पूरी हो गई है. प्रबंधन द्वारा जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और इसे भोपाल भेज दिया गया है.
Trending Photos
Minister Chicken Party Report: होशंगाबाद। पिछले माह हुई चिकन पार्टी को लेकर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गई है. हालांकि, जांच में तथ्य किसके पक्ष में और किसके विपक्ष में है यह विभाग ने डिस्क्लोज नहीं किया है. लेकिन, जांच रिपोर्ट को अपने हेड ऑफिस भोपाल भेज दी गई है. जांच रिपोर्ट के आधार पर अब गाज किस पर गिरती है. यह कह पाना अभी संभव नहीं है. क्योंकि इस रिपोर्ट से यह तो पता चल रहा है कि किसी वरिष्ठ अधिकारी को इसका खामयाजा भुगतना नहीं पड़ेगा है.
क्या था मामला?
पूर्व वन मंत्री विजय शाह अपने दोस्त के साथ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के प्रतिबंधित क्षेत्र सिद्ध बाबा पहाड़ी रोरी घाट पर पहुंचकर चिकन-भर्ता पार्टी करते हुए खुद के बने हुए वीडियो में उलझ गए थे. वायरल होने के बाद मामला गरमाया और खबरों की सुर्खियां बन गया.
करीब एक माह पहले सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पार्टी करने के दो वीडियो सामने आए थे जो की सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के सिद्ध बाबा पहाड़ी रोरी घाट के थे जिसमें मध्यप्रदेश शासन के पूर्व वन मंत्री एवं उनके दोस्त के साथ प्रतिबंधित क्षेत्र में चिकन-भरता पार्टी आयोजित की गई थी.
वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट ने की थी शिकायत
वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने पीसीसीएफ को मामले की शिकायत की थी. जिसमें प्रबंधन के कुछ कर्मचारी भी दिखाई दे रहे थे. वीडियो सामने आने के बाद पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ ने मामले की जांच के आदेश दिए थे. साथ ही एनटीसीए ने भी मामले में संज्ञान लिया था.
फील्ड डायरेक्टर की शिकायत वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने भोपाल में पीसीसीएफ से की थी. मामले में पूर्व वनमंत्री की पार्टी आयोजित करने वाले कर्मचारी के खिलाफ 19 दिसंबर को जांच शुरू कर दी गई थी, डिप्टी डायरेक्टर संदीप फैलोज ने मामले में जांच की.
फील्ड डॉयरेक्टर ने क्या बताया
फील्ड डॉयरेक्टर एल कृष्णमूर्ति ने बताया उपसंचालक ने मामले की जांच की है. रिपोर्ट में पाया कि सिद्धबाबा पहाड़ी पर निर्माणधीन कैंप को देखने की पूर्व वनमंत्री विधायक शाह ने इच्छा जाहिर की. तत्काल हमारे रेंज अफसर व स्टॉफ के साथ वे देखने गए थे. निजी वाहन से पहाड़ी पर गए थे. किसकी लापरवाही है किसकी नहीं, ये सब जांच रिपोर्ट में लिखकर अपने हेडऑफिस को भेज दिया है.