Ramnavami in Orchha: एमपी की अयोध्या के नाम से विख्यात ओरछा (Mini Ayodhya)में आज रामनवमी का त्योहार भव्य तरीके से मनाया जाएगा. आज से आने वाले तीन दिन तक यहां कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. बता दें भगवान को भोग लगाने के लिए 51 हजार लड्डू बनवाए गए हैं.
Trending Photos
Ramnavami 2023: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की ओरछा (Raja Ram temple Orchha)को यहां का अयोध्या कहा जाता है. कहा जाता है कि रामनवमी के दिन ही भगवान राम अयोध्या से यहां आए थे. आज रामनवमी के अवसर पर यह त्योहार यहां भव्य तरीके से मनाया जाएगा. इसके तहत तीन दिन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. भगवान को भोग लगाने के लिए 51 लड्डू बनवाए गए हैं. बता दें कि भजन संध्या कार्यक्रम में बॅालीवुड गायिका ऋचा शर्मा (singer richa sharma) प्रस्तुति देंगी.
निकाली जाएगी शोभायात्रा
एमपी के निवाड़ी जिले में स्थित ओरछा में रामनवमी के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. ये कार्यक्रम आगामी तीन दिन तक चलेंगे. आज यहां पर भक्तों के द्वारा भगवान राम के जन्मोत्सव की तैयारियां की गई है. राम जन्म के बाद शोभायात्रा निकाली जाएगी. इसे लेकर के भक्तों में काफी ज्यादा उत्साह है. बता दें कि यहां पर झांकी में मां कौशल्या के स्थान पर रानी कुंवरगणेश की झांकी सजाई जाती है.
बनवाए गए हैं 51 हजार लड्डू
आज राम नवमी के अवसर पर भक्तों में भारी उत्साह है. बीते वर्ष देखा गया है कि इस अवसर पर भक्तों की भारी तादात लगती है. इस बार भी ये आलम देखा जाएगा. आने वाले लोगों के लिए 51 हजार लड्डू के प्रसाद बनवाए गए हैं. मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया है.
भंजन संध्या का आयोजन
मध्य प्रदेश शासन ओरछा की ऐतिहासिकता को ध्यान में रखते हुए भंजन संध्या का आयोजन करा रहा है. इसके लिए बॅालीवुड अभिनेत्री ऋचा शर्मा भगवान श्री राम के भजनों से समां बाधेंगी. इसके अलावा मंदिर परिसर में बुंदेली भाषा में भी भगवान श्री राम के भजन गाए जाएंगे.
क्या है ओरछा का इतिहास
ओरछा को एमपी का अयोध्या कहा जाता है. पौराणिक मान्यता है कि भगवान राम को यहां की रानी कुंवरि गणेश लेकर आई थी. बताया जाता है कि उनके पति ने उनसे शर्त लगाई थी कि अगर सच में तुम्हारे राम हैं तो उन्हें ओरछा ला कर दिखाओ. उनकी इस बात पर रानी ने 21 दिन तक अयोध्या में तप किया जब भगवान राम नहीं प्रकट हुए तो उन्होंने सरयू नदी में छलांग लगा दी.
उनकी भक्ति को देखकर भगवान उनकी गोंद में आ गए और उसके बाद उन्होंने उनसे ओरछा चलने की विनती की जिसके बाद रानी भगवान को लेकर ओरछा आई. जिसके बाद भगवान राम के अयोध्या और ओरछा दोनों जगह पर रहने की बात होती है.