राज्यसभा चुनावः बीजेपी ने खेला बड़ा दांव, एक साथ साधे तीन निशाने!
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राज्यसभा चुनावः बीजेपी ने खेला बड़ा दांव, एक साथ साधे तीन निशाने!

बीते कुछ चुनाव में देखा गया है कि महिला मतदाताओं ने बड़ी संख्या में भाजपा के लिए वोट किया है और भाजपा खुद महिला मतदाताओं को साइलेंट वोटर मानती है. 

राज्यसभा चुनावः बीजेपी ने खेला बड़ा दांव, एक साथ साधे तीन निशाने!

भोपालः मध्य प्रदेश में भाजपा ने राज्यसभा की दूसरी सीट के लिए भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर चौंका दिया है. बता दें कि भाजपा ने दलित वर्ग से आने वाली नेता सुमित्रा वाल्मीकि को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है. इससे पहले भाजपा ने अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाली कविता पाटीदार को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है. राजनीति के जानकारों का कहना है कि भाजपा ने राज्यसभा की उम्मीदवारी से एक तीर से तीन निशाने साधे हैं. 

कौन हैं बीजेपी की दोनों उम्मीदवार
बता दें कि सुमित्रा वाल्मीकि का ताल्लुक जबलपुर से है. वह वर्तमान में भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं. सुमित्रा वाल्मीकि जबलपुर नगर निगम की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं और 3 बार की पार्षद हैं. वहीं कविता पाटीदार लंबे समय से भाजपा से जुड़ी हुई हैं. वह फिलहाल भाजपा की प्रदेश महामंत्री हैं और इंदौर जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं. कविता पाटीदार अन्य पिछड़ा वर्ग से आती हैं. इनके पिता भेरूलाल पाटीदार मध्य प्रदेश की 10वीं विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.  

बीजेपी ने साधे तीन समीकरण
बीजेपी की इन दोनों प्रत्याशियों ने जी मीडिया से बात की. इस बातचीत में दोनों ही नेताओं ने दावा किया कि भाजपा दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग की हितैषी पार्टी है. भाजपा ने राज्यसभा उम्मीदवारी से राज्य के दलित वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग को साधने की कोशिश की है. अन्य पिछड़ा वर्ग को लेकर हालिया पंचायत चुनाव और आगामी निकाय चुनाव की राजनीति गरमाई हुई है. ऐसे में भाजपा ने अन्य पिछड़ा वर्ग की कविता पाटीदार को राज्यसभा भेजकर इस वर्ग में अपनी पैठ बढ़ाना चाहती है.

सुमित्रा वाल्मीकि के जरिए भाजपा की नजर राज्य के दलित मतदाताओं पर भी है. खासकर ग्वालियर चंबल क्षेत्र में दलित मतदाता प्रभावी संख्या में है. ग्वालियर चंबल की 34 सीटों में से 7 सीटें आरक्षित वर्ग के लिए रिजर्व हैं. साथ ही अन्य सीटों पर भी दलित मतदाता प्रभावी भूमिका में हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि सुमित्रा वाल्मीकि को राज्यसभा भेजने से भाजपा को आगामी विधानसभा चुनाव में फायदा मिल सकता है. 

इनके अलावा भाजपा ने राज्यसभा की दोनों सीटों पर महिला उम्मीदवारों के नाम फाइनल किए हैं. इसके सहारे भाजपा महिला मतदाताओं को अपने पाले में करना चाहती है. गौरतलब है कि बीते कुछ चुनाव में देखा गया है कि महिला मतदाताओं ने बड़ी संख्या में भाजपा के लिए वोट किया है और भाजपा खुद महिला मतदाताओं को साइलेंट वोटर मानती है. ऐसे में आगामी 2023 विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा का यह दांव मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है. 

मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों पर मतदान होना है. इनमें से दो सीटें भाजपा के खाते में और एक सीट कांग्रेस को मिलेगी. भाजपा ने जहां कविता पाटीदार और सुमित्रा वाल्मिकी को उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने विवेक तन्खा को फिर से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है. विवेक तन्खा, सुमित्रा वाल्मीकि और कविता पाटीदार ने आज राज्यसभा के लिए नामांकन कर दिया है. कविता पाटीदार और सुमित्रा वाल्मीकि के नामांकन में सीएम शिवराज, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत कई बड़े नेता शामिल हुए. वहीं विवेक तन्खा के साथ नामांकन करने कमलनाथ पहुंचे. 

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