Rahul Gandhi in Shahdol: 8 अगस्त को शहडोल आएंगे राहुल गांधी! जानिए विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस दौरे का महत्व
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Rahul Gandhi in Shahdol: 8 अगस्त को शहडोल आएंगे राहुल गांधी! जानिए विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस दौरे का महत्व

Rahul Gandhi Shahdol Visit: विंध्य क्षेत्र में आदिवासी वोटों को साधने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी अहम दौरे पर आने वाले हैं और इस सभा के लिए शहडोल कांग्रेस ने कमर कस ली है.

Rahul Gandhi Shahdol Visit

Rahul Gandhi Shahdol Visit: मध्य प्रदेश (MP News) विधानसभा (MP Election) चुनाव कुछ ही महीने दूर हैं और सत्तारूढ़ भाजपा राज्य में सत्ता बरकरार रखने के लिए अपना पूरा जोर लगा रही है. आज ही में बीजेपी की रणनीति को लेकर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने 15 दिन में दूसरी बार भोपाल का दौरा किया. दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी भी वापसी के लिए जुटी हुई है और इसी क्रम में कुछ दिन पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ग्वालियर दौरा किया था. प्रमुख नेताओं के दौरों के बीच कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 8 अगस्त को शहडोल जिले के ब्यौहारी पहुंचने वाले हैं. चलिए आपको बताते हैं कि क्यों उनका यह दौरा पार्टी के लिए काफी महत्व रखता है...

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तैयारी में जुटे कांग्रेसी
बता दें कि राहुल गांधी के दौरे की तैयारी में जिला कांग्रेस पदाधिकारी सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं. आयोजन को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और मध्य प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी संजय कपूर, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया और शहडोल प्रभारी विजेंद्र मिश्रा लगातर दिशा-निर्देश दे रहे हैं.

राहुल गांधी के दौरे का महत्व 
गौरतलब है कि विंध्य-क्षेत्र और शहडोल महत्वपूर्ण आदिवासी आबादी वाले महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं. कांग्रेस इस क्षेत्र में आदिवासियों को साधने को लेकर ध्यान केंद्रित कर रही है. पिछले विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने राज्य में ज्यादा सीटें जीतीं थीं, हालांकि, विंध्य क्षेत्र में उसका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं था. इसलिए, इस बार पार्टी आदिवासी वोटों को पाने और क्षेत्र में अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.

2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने विंध्य में 30 में से सिर्फ 6 सीटें हासिल की थीं. यहां तक कि उस समय के नेता प्रतिपक्ष और कद्दावर नेता अजय सिंह 'राहुल भैया' भी चुनाव हार गये.  इसलिए पिछले चुनाव की असफलता के बाद, पार्टी का लक्ष्य क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत करना है.

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