Sawan 2023 Date: इस बार दो महीने का होगा सावन, जानिए आखिर ऐसा क्यों?
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Sawan 2023 Date: इस बार दो महीने का होगा सावन, जानिए आखिर ऐसा क्यों?

Malmaas 2023 Start Date: हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल सावन महीने में मलमास लग रहा है. जिसके चलते सावन 59 दिनों का हो रहा है. आइए जानते हैं कब शुरू हो रहा मलमास....

Sawan 2023 Date: इस बार दो महीने का होगा सावन, जानिए आखिर ऐसा क्यों?

Sawan Kab Shuru Ho Rha Hai 2023: हिंदू धर्म में सावन महीने का विशेष महत्व है. सावन महीने में पूरे 30 दिनों तक चारों तरफ शिव भक्त दिखाई देते हैं. इस बार सावन का महीना 04 जुलाई को शुरू हो रहा है. लेकिन खास बात यह है कि इस साल 2023 में 13 महीने पड़ रहे हैं. जिसके चलते इस बार सावन का महीना 30 दिन का ना होकर 59 का रहेगा. आखिर इस बार हिंदू पंचांग में 13 महीने कैसे पड. रहे हैं और आखिर सावन ही क्यों दो महीने का हो रहा है. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह...

कब से कब तक होगा मलमास
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल मलमास 18 जुलाई से शुरू हो जाएगा. यानी सावन का महीना 18 अगस्त से ही शुरू हो जाएगा. मलमास का समापन 16 अगस्त को होगा. इसके बाद 15 जुलाई को समाप्त होगा. 

सावन दो महीने का कैसे
हिंदू पंचांग के गणना अनुसार साल 2023 में ममास यानी पुरुषोत्तम मास लग रहा है. इस बार मलमास सावन के महीने में लग रहा है. जिसके चलते इस बार सावन 59 दिनों का हो रहा है. ऐसे में सावन महीने की शुरुआत मलमास से होगी. लेकिन इस सावन के पहले महीने जो मलमास होगा, उसमें शुभ कार्य नहीं किया जाएगा. जबकि सावन के दूसरे महीने यानी शुद्ध सावन में सभी प्रकार के मांगलिक और धार्मिक कार्य किए जाएंगे.

इस साल 13 महीना कैसे?
हिंदू पंचांग के अनुसार हर तीसरे सा अधिकामस का महीना लगता है, जिसके चलते साल 12 महीने का ना होकर 13 महीनें का होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार सौरवर्ष और चंद्र वर्ष के आधार पर तिथियों की गणना की जाती है. सूर्य हर एक माह में अपनी राशि बदलते हैं. सूर्य के राशि बदलने को संक्रांति कहते हैं. इस तरह के एक सौर वर्ष में कुल 12 संक्रांतियां आती है. जिस महीने कोई भी संक्रांति नहीं आती है उस महीने को ही अधिकमास यानी मलमास कहते हैं. एक चंद्र मास में 354 दिनों का जबकि एक सौरमास 365 दिनों का होता है. ऐसे में सौर और चंद्रमास के बीच में 11 दिनों का अंतर आ जाता है. यही हर तीसरे साल 33 दिन अतिरिक्त हो जाता है. जिसे अधिकमास कहते हैं. 

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(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. zee media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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