महाकाल लोक घूमने, शिव दर्शन के नाम पर हो रही जमकर ठगी, दलालों ने मंदिर परिसर में फैलाया जाल
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महाकाल लोक घूमने, शिव दर्शन के नाम पर हो रही जमकर ठगी, दलालों ने मंदिर परिसर में फैलाया जाल

जब से श्री महाकाल महालोक बना है, श्रद्धालु की संख्या नगरी में और अधिक हो गई है. अब श्रद्धालु 1 दिन के लिए नहीं कम से कम 2 से 3 दिन के लिए नगरी में ठहरते हैं.

महाकाल लोक घूमने, शिव दर्शन के नाम पर हो रही जमकर ठगी, दलालों ने मंदिर परिसर में फैलाया जाल

राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: जब से श्री महाकाल महालोक बना है, श्रद्धालु की संख्या नगरी में और अधिक हो गई है. अब श्रद्धालु 1 दिन के लिए नहीं कम से कम 2 से 3 दिन के लिए नगरी में ठहरते हैं. ऐसे में उनकी सुरक्षा से लेकर प्रशासन कितनी चाक चौबंद है, इस बात का अंदाज आप आये दिन हो रही श्रद्धालुओं के साथ महाकाल मंदिर के बाहर रसीद में नाम पर कालाबाजारी से और ऑनलाइन ठगी से लगा सकते हैं.

दरअसल उड़ीसा के श्रद्धालु ने थाना महाकाल पर आवेदन दिया कि उनके साथ 9 हजार रुपये की होटल में दो कमरे की बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी हुई है. वहीं मुम्बई से आये श्रद्धालु ने 1500 का टिकट मजबूरन 2000 में खरीदा है. वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भस्मार्ती के वक़्त अल सुबह मंदिर के बाहर कई दलाल एक्टिव रहते है. जो मंदिर में भस्मार्ती दर्शन करवाने के नाम पर भी टिकट की कालाबाजरी करते है. हालांकि उड़ीसा के श्रद्धालु की शिकायत पर पुलिस जांच में जुट गई है.

जानिए किसने की शिकायत
दरअसल उड़ीसा के जिन श्रद्धालु के साथ ये ऑनलाइन ठगी हुई है. उन्होंने थाना महाकाल पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि वे 60 वर्षीय बुजुर्ग प्रोफेसर देवदत्त पिता रामनाथ पात्र है और उड़ीसा के निवासी है. उज्जैन आने से पहले 17 अक्टूबर को ऑनलाइन एक होटल सर्च की. जिसमें भक्त निवास के नाम से होटल आई और उसमें 2 कमरे बुक किये 4500-4500 में बुकिंग के दौरान बताया कि मंदिर के समीप ही भक्त निवास है, लेकिन यहां आए तो उन्हें बुकिंग के समय उनके साथ 9000 रुपये का फ्रॉड होने की बात पता चली. यह पूरा फ्रॉड फर्जी वेबसाइट पर फर्जी मोबाइल नंबर अपलोड कर कमरा बुकिंग करने का खेल है. वहीं थाना महाकाल पुलिस ने कहा मामले में जांच कर रहे है.

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1500 का टिकट 2000 में खरीदा!
13 नवंबर को मुंबई महाराष्ट्र से आये श्रद्धालु के साथ 1500 के टिकट में कालाबाजारी हुई. महाकाल भक्त गिरिजा शंकर मिश्रा ने बताया कि गर्भ ग्रह में भगवान को जल चढ़ाना था. उन्हें एक व्यक्ति मिला जो 2000 में 1500 की रसीद दे रहा था. उन्होंने मंदिर के काउंटर से रसीद ना मिलने पर 2000 की रसीद उक्त व्यक्ति से खरीद ली. जिसका खुलासा उसने खुद किया और कहा कि दर्शन करना थे, क्या करे ले लिया. पता नहीं कौन था वो व्यक्ति.

भस्मार्ती में भी धांधली!
वहीं बात भस्मार्ती बुकिंग में धांधली की करें तो सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार भस्मार्ती के समय होने पर रात 2 बजे से अल सुबह 4 से 5 बजे तक कई दलाल एक्टिव रहते है. जो 200 रुपये का शुल्क टिकट 500 से 1500 तक श्राद्धालुओं को उपलब्ध करवाकर उन्हें लाइन में लगा देते है. क्योंकि भस्म आरती बुकिंग का जो नियम कहता है उसमें यह कि 1 दिन पहले श्रद्धालु मंदिर के बाहर काउंटर पर ऑफलाइन बुकिंग करवा सकता है. लेकिन उसका कोटा तय होने से श्रद्धालुओं को कई बार टिकट नहीं मिल पाता. वह ऑनलाइन बुकिंग में भी दो 2 महीने पहले बुकिंग करवाना होती है. ऐसे में जब टिकट नहीं मिलता और बिना जानकारी के श्रद्धालु मंदिर पहुंच जाता है. तो दलाल उनके लिए भगवान साबित होते हैं और वह ऐसे में मजबूरन दूसरों का टिकट 3 से 4 गुना अधिक कीमत में खरीद लेते हैं.

मंदिर के जारी किए नंबर पर कोई कॉल उठाने वाला नहीं!
श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 4 जनवरी 2022 को 24x7 दूरभाष पर पूछताछ एवं जन सुविधा केन्‍द्र का प्रारंभ किया गया था और टोल फ्री नम्‍बर 18002331008 एवं 0734- 2559272/ 2559275 /2559276 /2559277 / 2559278 जारी किए गए. जिनपर श्री महाकालेश्वर मंदिर से संबंधित समस्त दर्शन आरती पूजन दान आदि जानकारी 24x7 प्राप्त करने की बात कही गई, लेकिन अवस्था को साल भर भी पूरा नहीं हुआ कि कोई भी कॉल उठाने वाला उपलब्ध नहीं रहता ऐसे में श्रद्धालु भी परेशान होते हैं.

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