MP NEWS: आज पूरे देश में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. भगवान श्री कृष्ण की पूजा के लिए देश भर के मंदिर सजाए गए हैं. आज रात 12 बजे के बाद भगवान की पूजा की जाएगा. वहीं मध्य प्रदेश के दमोह में एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां श्री कृष्ण जन्म से पहले थाने पहुंच गए हैं.
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Shri Krishna Janmashtami: आज पूरी दुनिया में श्री कृष्ण जन्मोत्सव की धूम है तो एमपी के दमोह में कृष्ण जन्मोत्सव की एक अजीबो गरीब तश्वीर सामने आई है. यहां भगवान कृष्ण को पुलिस थाने की हवालात में ले जाया गया है, जहां विधिविधान भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया. कृष्ण पुलिस थाने के पुरुष बंदी गृह में विराजमान किये गए और लोगों ने उनका पूजन किया.
दमोह जिले के कुम्हारी थाने में प्राचीन समय से मान्यता है कि पुलिस थाने की हवालात में ही भगवान का जन्मदिन मनाया जाता है. आज जमाष्टमी के दिन कुम्हारी में बांकेबिहारी मंदिर से हद साल की तरह शोभायात्रा निकाली गई. पालकी में मंदिर में प्रतिष्ठित श्री कृष्ण की प्रतिमा को विराजमान किया गया और पूरे गांव में शोभायात्रा निकाली गई. धूमधाम गाजे बाजे के साथ निकली यात्रा कुम्हारी पुलिस थाने पहुंची जहां थाना इंचार्ज सहित पुलिस वालों ने यात्रा की अगवानी की और फिर भगवान को थाने के पुरुष बंदी गृह में ले जाया गया. थाने में पंडितों ने विधिविधान से पूजन किया.
सालों से चली आ रही परंपरा
बताया जाता है कि कुम्हारी में ये परंपरा कई दशकों पुरानी है. हर साल आज के दिन का इंतज़ार किया जाता है, जिसके लिए कुम्हारी थाने की पुलिस भी थाना परिसर में खास इंतजाम करती है. मालूम हो कि भगवान कृष्ण का जन्म कारागाह में हुआ था और इसी वजह से सांकेतिक रूप से सालों पहले कुम्हारी में ये प्रथा शुरू की गई थी जो आज भी जारी है.
घने जंगल में कृष्ण दर्शन के लिए पहुंचे श्रृद्धालू
इधर, उमरिया के विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ टाइगर रिसर्व के कोर एरिया स्थित रामजानकी मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मेले का आयोजन किया गया. 500 से जारी इस परंपरा की खासियत यह है कि यहां कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर बांधवगढ किला स्थित रामजानकी मंदिर में विशाल मेला आयोजित किया जाता है और देश भर के श्रद्धालु इसमें शामिल होने पंहुचते हैं. घने जंगल और पहाड़ों के बीच तकरीबन 12 किमी पैदल सफर कर श्रद्धालु मंदिर में पूजा अर्चना करने जाते हैं. हिंसक वन्य जीवों की मौजूदगी वाले इस पैदल सफर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पार्क प्रबंधन और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से इंतजाम करते हैं.
रिपोर्ट: महेंद्र दुबे