सायबर अपराधियों के निशाने पर IAS अधिकारी, प्रोफाइल पिक्चर का इस्तेमाल कर की गई ठगी
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सायबर अपराधियों के निशाने पर IAS अधिकारी, प्रोफाइल पिक्चर का इस्तेमाल कर की गई ठगी

Gwalior news: सायबर ठग अब आइईएस अध‍िकार‍ियों को भी नहीं बख्‍श रहे हैं और उन्‍हें ठगने की कोश‍िश कर रहे हैं. आईएएस की प्रोफाइल प‍िक्‍चर का इस्‍तेमाल सायबर अपराधी ठगी के ल‍िए कर रहे हैं. 

 

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ग्‍वाल‍ियर: सायबर अपराधियों के निशाने पर आईएएस अधिकारी भी आ गए हैं. यही कारण है कि ग्वालियर के नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल की प्रोफाइल पिक्चर का इस्तेमाल कर सायबर अपराधी ने ठगी का प्रयास किया. 

अफसरों को हो गया था शक
सायबर ठग ने नगर निगम के सिटी प्लानर पवन सिंघल, नोडल अफसर फायर बिग्रेड श्रीकांत कांटे और चिड़ियाघर के क्यूरेटर गौरव परिहार को मैसेज कर अमेजॉन गिफ्ट कार्ड की मांग की.  मोबाइल नंबर दूसरा होने पर अफसरों को शक हुआ और उन्होंने समझदारी दिखाते हुए सीधे निगमायुक्त से बात की. 

साइबर पुल‍िस से की श‍िकायत 
निगमायुक्त ने तुरंत ही इस मामले में साइबर पुलिस से शिकायत की. साइबर पुलिस ने जब इस नंबर की लोकेशन तलाशी तो वह उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले की मिली है. इस शिकायत पर एसपी अमित सांघी ने साइबर सेल को जांच कर आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है. 

बढ़ रहे हैं सायबर फ्रॉड के मामले  

पिछले कुछ साल में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं. इन ठगी में फर्जी या डमी वेबसाइट बनाकर जालसाजी के भी कई मामले शामिल हैं. फर्जी वेबसाइट बनाकर ठग अलग-अलग तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं. कई मामलों में डेटा हैक किया जाता है तो कुछ में पैसा ट्रांसफर करा लिया जाता है. जानकारी के अभाव और फर्जी वेबसाइट को पकड़ने वाले सिस्टम के अभाव में लोग साइबर क्रिमिनल्स के जाल में फंसते भी जा रहे हैं, लेकिन अब इसे लेकर बड़ी राहत की खबर आ रही है. 

कुछ समय पहले ही लॉन्‍च हुआ है वेबसाइट चेकिंग टूल लॉन्च  

इंजीनियरों ने एक ऐसा वेबसाइट-चेकिंग टूल लॉन्च किया है, जिससे आप किसी वेबसाइट पर जाने से पहले चेक कर सकते हैं कि उक्त साइट सही है या गलत. जानकारी के मुताब‍िक, इस नए टूल की खास बात ये है कि यह यूजर्स को किसी भी वेबसाइट का एड्रेस दर्ज करने का विकल्प देता है, ताकि यह चेक किया जा सके कि वह वेबसाइट वास्तविक है या स्कैम. इस प्रोसेस में यह टूल वेबसाइट को एक ट्रस्ट स्कोर देता है. यह टूल इंटरनेट सेफ्टी ग्रुप ‘गेट सेफ ऑनलाइन’ की वेबसाइट पर होस्ट किया गया है, जो फ्रॉड प्रिवेंशन सर्विस सिफास के साथ काम करता है. 

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