विटामिन बी 12 (Vitamin B12 Deficiency) की कमी से पर्सनैलिटी डिसऑर्डर का भी शिकार हो सकते हैं मरीज़ . इसके अलावा शरीर में हो सकते हैं और भी बदलाव.
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Health news: आज कल के तनाव भरे जीवन में हृदय रोग का खतरा काफी बढ़ गया है. हम अपनी सेहत की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते. धूम्रपान करना, शराब पीना, मोटापा, डायबिटीज आदि जैसी लाइफस्टाइल डिजीज ने लोगों की समस्या और बढ़ा दी है. विटामिन बी12 की कमी से लोग एनीमिया का शिकार भी हो सकते हैं. जिसकी वजह से शरीर में खून की कमी हो जाती है. इसका परिणाम है कि यह दिल की धड़कन की गति को बढ़ा देता है और इससे हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारी का शिकार होना पड़ता है.
विटामिन बी 12 घुलनशील होता है जो मानव शरीर में आसानी से घुल जाता है. यह हमें खाद्य पदार्थों के द्वारा मिलता है. विटामिन बी 12 हमारे शरीर की सेंट्रल नर्वस सिस्टम को मजबूत करने में और उसे विकसित करने में मदद करता है. यह लोगों को एनीमिया होने के खतरे से भी बचाता है. जब शरीर में विटामिन बी 12 की कमी हो जाए तो इंसान सुस्त और थका हुआ महसूस करने लगता है. ऐसा माना जाता है की बढ़ती उम्र के साथ विटामिन बी12 की कमी होने लगती है. इसी कारण लोगों की हार्ट अटैक या स्ट्रोक से मौत हो जाती है.
विटामिन बी 12 की कमी के लक्षण
पर्याप्त आहार का सेवन न करना विटामिन बी 12 की कमी का कारण बन सकता है. विटामिन बी 12 हमें मीट, पनीर, दही , अंडा, सोयाबीन, दूध जैसी चीज़ो से मिलता है. हमेशा तनाव या सुस्त महसूस करना, आँखों की रोशनी का कम होना, शरीर का अंगो में दर्द या कमजोरी महसूस करना, पेट ख़राब होना, जीभ पर छाले आना विटामिन बी 12 की कमी के मुख्य कारण हो सकते हैं.
शरीर में विटामिन बी 12 की अहमियत
विटामिन बी 12 त्वचा को चमकदार बनाता है, इससे लाल रक्त कोशिकाएं बढ़ती हैं, शरीर की ऊर्जा को बरक़रार रखता है. इससे कैंसर होने की सम्भावना भी घट जाती है. शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा भी ठीक रहती है. फोलिक एसिड या बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन दिल के दौरे, स्ट्रोक या हृदय रोग से मृत्यु के जोखिम को भी कम कर सकता है.