Cow Lover In Ujjain: गौ माता की मृत्यु पर ग्रामीणों ने अंतिम यात्रा निकाली. इसके बाद अब ग्रामीणों ने मिलकर मृत्यु भोज की. ग्रामीणों में गौ माता के प्रति आस्था देखी गई. गौ माता के मृत्यु भजो में 6 तरह के पकवान बनाएं गए और करीब 3,000 ग्रामीण शामिल हुए.
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राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: (Ujjain News) जिले के बकानिया गांव में 11 मई को लक्ष्मी (मीरा गाय) नाम की बुजुर्ग गाय की मृत्यु (death of cow) होने पर ग्रामीणों ने अंतिम यात्रा ढोल बाजे व हरि कीतर्न के साथ निकाल समाधि दी थी और गौ माता के पति प्रेम की अनूठी मिसाल पेश की थी. गौ माता की मृत्यु के अब 9 दिन बाद ग्रामीणों ने डेढ़ लाख रुपए की राशि एकत्रित कर बीती रात भजन संध्या का आयोजन किया. 19 मई को मृत्यु भोज का आयोजन किया. जिसमें पेंपलेट छपवाई गई और 3,000 ग्रामीणों को मृत्यु भोज (death feast) में आमंत्रित किया. जहां पर 6 तरह के पकवान सब्जी, पूरी, दाल, नुक्ती, रायता, मिक्चर बनवाया गया.
गौ माता के मृत्यु भोज पर आयोजनकर्ता समस्त ग्रामवासी रहे. मृत्य भोज का समय सुबह 09 से 01 रहा. ग्रामीणों ने गौ माता की तस्वीर के यहां फूल अर्पित कर प्रसादी का लाभ लिया.
3,000 ग्रामीण हुए शामिल
दरअसल जिले के ग्राम बकानिया में 11 मई को एक गौ माता ने दम तोड़ दिया था. गौमाता के दम तोड़ने पर गांव में मानो मातम छा गया हो. ग्रामीणों ने गौ माता के मरने पर ऐसी मिसाल पेश की थी, कि हर कोई ग्रामीणों की तारीफ कर मृतक गौ माता को याद कर रहा है. ग्रामीणों ने सहायक सचिव व सरपंच की मदद से पूरे गांव में गौ माता की अंतिम यात्रा विधि विधान के साथ निकाली थी. जिसमें ढोल बजाते हुए हरि कीर्तन किये गए थे. गौ माता की विदाई से हर किसी की आंखे नम दिखाई दी थी. अब अंतिम यात्रा के 9 दिन बाद मृत्य भोज का आयोजन किया गया. जिसमें 3000 ग्रामीण शामिल हुए और कुल 6 पकवान बनाये गए. भोज से पहले ग्रामीणों ने गौ माता की तस्वीर पर फूल अर्पित किए और आशीर्वाद लिया.
जानिए क्या कहा ग्राम सचिव ने
ग्राम पंचायत सहायक सचिव ने जानकारी देते हुए बताया था कि बीते 15 सालो से गांव में एक कुंवारी मीरा गाय के नाम से गाय रह रही थी. मीरा की मृत्यु के बाद ग्रामीणों ने ढोल बाजे के साथ अंतिम यात्रा निकाली थी. जिसमें पूरा गांव शामिल हुआ था. गाय बुजूर्ग थी, जिस वजह से उसकी मृत्यु हो गई थी. गाय को विधि विधान के साथ अंतिम विदाई दी गई और अब सभी ग्रामीणों ने मिल कर समाधि बनाने के बाद गाय को श्रद्धांजलि देकर गांव में मृत्युभोज का आयोजन किया है.
घर पर पहुंचेगी एंबुलेंस
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मध्यप्रदेश में ब्लॉक स्तर पर पशुओं के लिए मुख्य रूप से गौ माता के लिए एंबुलेंस सेवा शुरू की है. कुल 406 एंबुलेंस को हरी झंडी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दी गई. अब यह सभी एंबुलेंस 1962 नंबर डायल करने पर जहां भी गौमाता या अन्य पशु बीमार होंगे, वहां पहुंचेगी. मुख्यमंत्री का मानना है कि अब तक 108 मानव के लिए जो एंबुलेंस चली उसी को ध्यान में रखते हुए गौ माता के लिए यह चलाई गई है. अब गौ माता को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं अस्पताल खुद गौ माता व अन्य पशुओं के पास पहुंचेगा और उन्हें प्राथमिक उपचार मिल सकेगा. हालांकि एम्बुलेंस को 150 रुपये शुल्क एम्बुलेंस बुलाने वालों को देना होगा.