महाकाल लोक जांच के लिए बनाई गई सात सदस्यों की कमेटी; दिग्विजय ने कहा- अब इससे बड़ा प्रमाण क्या?
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महाकाल लोक जांच के लिए बनाई गई सात सदस्यों की कमेटी; दिग्विजय ने कहा- अब इससे बड़ा प्रमाण क्या?

Mahakal Lok Politics: उज्जैन में रविवार को तेज आंधी और जोरदार बारिश के कारण महाकाल लोक की कई मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गईं. अब इसे लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है. इस मामले को लेकर कांग्रेस ने प्रेदश सरकार को जमकर घेरा है. साथ ही दिग्विजय ने कहा कि अब इससे बड़ा प्रमाण क्या?

mahakal lok and digvijay singh

आकाश द्विवेदी/भोपाल: हाल ही में निर्मित हुए महाकाल लोक में रविवार को आई आंधी के कारण हुए नुकसान को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत गरमा गई है. MP PCC चीफ कमलनाथ ने तूफान की वजह से खंडित हुई मूर्तियों की जांच के लिए सात सदस्यों की कमेटी का गठन किया है. इसके अलावा पूर्व CM दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार को जमकर घेरा है.

कांग्रेस ने बनाई जांच कमेटी
महाकाल लोक में रविवार को आई आंधी के कारण हुए नुकसान की जांच के लिए कमलमनाथ ने सात सदस्यों की कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी में सज्जन सिंह वर्मा, रामलाल मालवीय, दिलीप गुर्जर, शोभा ओझा, महेश परमार, मुरली मोरवाल और केके मिश्रा को शामिल किया गया है. कमेटी जल्द ही उज्जैन पहुंचकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रिपोर्ट पेश करेगी. 

दिग्विजय सिंह ने सरकार पर साधा निशाना
इस मामले को लेकर पूर्व CM दिग्विजय सिंह ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया- कोई ऐसी योजना नहीं है, जिसमें BJP ने भ्रष्टाचार ना किया हो. उज्जैन के महाकुंभ में घटिया निर्माण किया और अब  750 रुपए करोड़ से बना महाकाल लोक कॉरिडोर जिसका उद्घाटन PM मोदी ने किया उसकी मूर्तियां तेज हवा में ही गिर गईं. महेश परमार कांग्रेस विधायक ने जो माननीय लोकायुक्त को जांच करने के लिए अनुरोध किया था सही निकला. भगवान शिवजी की मूर्ति तेज हवा में ही खंडित हो गईं! निर्माण किसने किया था? गुजरात की कंपनी ने. मोदी जी यह आपके लिये शुभ संदेश नहीं है. अब इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है? क्या मोदी जी CM शिवराज सिंह चौहान से स्पष्टीकरण लेंगे?

 

आगे उन्होंने लिखा- जय महाकाल. ठीक उसी शुभ दिन सप्तर्षियों की मूर्ति खंडित हुई, जब सब तरफ जयकार थी. हिन्दू मान्यता के अनुसार खंडित मूर्ति को नहीं रखना चाहिए. अब देखना होगा कि सरकार इन मूर्तियों की रिपेयर कराती है या नई मूर्तियां स्थापित करती है. मध्य प्रदेश में कोई भी योजना नहीं है, जिसमें भ्रष्टाचार न हुआ हो. अब महाकाल के नाम पर भी BJP पैसे खा गई. 

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कमलनाथ ने साधा था निशाना
पूर्व CM दिग्विजय सिंह से पहले MP PCC चीफ कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने ट्वीट किया- मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी. आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए.

 

बता दें कि 11 अक्टूबर 2022 को PM नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन किया था.यह  कॉरिडोर 900 मीटर लंबा है, जिसमें कुल 160 मूर्तियां हैं. ये मूर्तियां भगवान शिव और ऋषियों के अलग-अलग रूपों को दर्शाती हैं. रविवार को तेज आंधी के कारण  महाकाल लोक में कुछ विशाल मूर्तियां गिरकर टूट गईं. 

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