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सचिन गुप्ता/छिन्दवाड़ा: छिंदवाड़ा की जिला योजना समिति मे 16 में से 15 सदस्य कांग्रेस के चुन लिये गए हैं. इस महत्व पूर्ण चुनाव के बाद जिले मे कांग्रेस जन प्रतिनिधियों की भूमिका और मजबूत हो गई है और इस तरह अगर देखें तो छिंदवाड़ा जिला भाजपा मुक्त जिला कहलाने की स्थिति में पहुंच गया है. अब जिला योजना समिति के चुनाव बीजेपी के लिए जिले में खतरे की घंटी साबित हो सकते हैं. क्योंकि छिंदवाड़ा जिला पूरी तरह बीजेपी मुक्त होने की कगार पर पहुंच गया है.
गौरतलब है कि जिला योजना समिति के 16 सदस्यों में से 15 सदस्य कांग्रेस के चुने गए जबकि 1 सदस्य ही बीजेपी का चुना जा सका. इस तरह जिला योजना समिति में कांग्रेस का कब्जा हो गया है. वहीं रणनीतिक दृष्टि से जिले की योजनाओं को क्रियान्वित करने और बनाने में जिला योजना समिति की बड़ी भूमिका रहती है. ऐसे में यहां कांग्रेस के सदस्य अपना महत्वपूर्ण रोल निभा पाएंगे.
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बीजेपी को लगा झटका
वहीं यह बीजेपी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. हालांकि दोनों ही राजनीतिक पार्टियों ने गुरुवार सुबह से ही जबरदस्त राजनीतिक बाड़ेबंदी की थी. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह क्षेत्र में कांग्रेस के चुने हुए सदस्यों ने जीत का परचम लहरा दिया है. इसमें जिला पंचायत छिंदवाड़ा के 12 में से 12 सदस्य कांग्रेस के चुने गए. नगर निगम के लिए 2 सदस्य में से दोनों ही सदस्य जिला योजना समिति में कांग्रेस के चुने गये हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार और उपाध्यक्ष अमित सक्सेना ने इसे पूर्व सीएम कमलनाथ और सांसद नकुल नाथ के प्रभाव की एक बड़ी जीत बताया है.
मील का पत्थर साबित होगी जीत
वहीं दूसरी ओर नगर निगम महापौर विक्रम अहाके ने इस जीत को मील का पत्थर बताते हुए कहा है कि आगे आने वाले वक्त में जिला योजना समिति के माध्यम से छिंदवाड़ा जिले और नगरीय क्षेत्र के लोगों को बेहतर योजनाओं और कल्याणकारी कार्यों से जुड़ने का मौका मिलेगा.