भोपाल जिला पंचायत चुनाव (Bhopal Jila Panchayat) को लेकर कांग्रेस कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस का आरोप है कि चुनाव में नियम विरुद्ध वोट डाले गए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी शर्मा का कहना है जब 2023 में एमपी में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो इसकी जांच कराई जाएगी.
Trending Photos
आकाश द्विवेदी/भोपालः शुक्रवार को भोपाल जिला पंचायत चुनाव (Bhopal Jila Panchayat Election Result) के दौरान खूब हंगामा देखने को मिला. इस दौरान दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) और कांग्रेस नेता पुलिस कर्मियों से भी भिड़ गए थे. अब कांग्रेस ने कहा है कि वह भोपाल जिला पंचायत चुनाव की जांच कराएगी. साथ ही इस मुद्दे पर कोर्ट भी जाएगी. कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा कि नियमों के विरुद्ध टेंडर वोट कैसे डाले गए, हम इसकी जांच कराएंगे.
पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि 4 टेंडर वोट नियमों के खिलाफ डाले गए. बीमार, अनपढ़ होने की स्थिति में टेंडर वोट डाले जाते हैं. यहां तो सब ठीक थे. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सदस्यों को बीजेपी ने 1-1 करोड़ रुपए दिए थे. पीसी शर्मा ने कहा कि 2023 में कांग्रेस की सरकार बनने पर भोपाल जिला पंचायत चुनाव की जांच कराई जाएगी.
बता दें कि कई बार ऐसा होता है कि जब मतदाता वोट डालने जाता है तो उसे पता चलता है कि उसका वोट पहले ही डाला जा चुका है. ऐसे में वह पीठासीन अधिकारी से इसकी शिकायत कर सकता है. पीठासीन अधिकारी दस्तावेजों की जांच कर और पहचान की पुष्टि करने के बाद मतदाता से टेंडर वोट डलवा सकता है. टेंडर वोट बैलेट पेपर पर लिया जाता है.
भोपाल जिला पंचायत चुनाव (Bhopal Jila Panchayat Election Result) में कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में आईं रामकुंवर गुर्जर ने अध्यक्ष पद का चुनाव जीत लिया है. रामकुंवर गुर्जर को 10 में से 6 सदस्यों का वोट हासिल हुआ. वहीं कांग्रेस की रश्मि भार्गव को सिर्फ 4 वोट मिले. चुनाव के दौरान दिग्विजय सिंह और अन्य कांग्रेस नेताओं की पुलिस कर्मियों के साथ झूमाझटकी भी हुई थी.
भोपाल जिला पंचायत चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने कार्रवाई करते हुए अपनी पार्टी के 4 नेताओं को निष्कासित कर दिया है. जिन नेताओं को कांग्रेस से निष्कासित किया गया है, उनमें नवरंग गुर्जर, रामगोपाल राजपूत, विनोद राजौरिया और रोहित राजौरिया का नाम शामिल है.