धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान पर फिर आपत्ति, जानिए किस बात को लेकर मिली FIR की चेतावनी
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धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान पर फिर आपत्ति, जानिए किस बात को लेकर मिली FIR की चेतावनी

MP Dhirendra Shastri Controversy: बागेश्वर धाम के संत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर अपने बयानों को लेकर विवाद में घिर गए हैं. हैहयवंशी समाज ने इनके बयान को लेकर आपत्ति जताते हुए माफी मांगने की बात कही है. 

फाइल फोटो

दिनेश नागर/सीहोरः अपने बयाना और तेज तर्रार अंदाज के लिए मीडिया में बने रहने वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने हैहयवंशी समाज के भगवान सहस्त्रबाहु पर टिप्पणी की है. इससे पूरा हैहयवंशी समाज नाराज है और आंदोलित होकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर ही है. इस संबंध में उन्होंने सिहोर कोतवाली थाने में शिकायत भी करवाई है. समाज के लोगों का कहना है कि उनपर कार्रवाई नहीं की गई तो पूरे देश  में विरोध किया जाएगा.

पूरे देश में आंदोलन की चेतावनी
पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वारा पिछले दिनों हैहयवंशी समाज के भगवान सहस्त्रबाहु पर की कई टिप्पणी ने पूरे हैहयवंशी समाज को आंदोलित कर दिया. हैहयवंशी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनारायण ताम्रकार ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बयान को अमर्यादित बताते हुए कहा कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने सहस्त्र बाहु भगवान के बारे में जो भी कहा है, उसके लिए उनको माफी मांगनी होगी. माफी न मांगने पर पूरे देश में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी व पंडित धीरेंद्र शास्त्री का विरोध किया जाएगा.

धीरेंद्र शास्त्री कुछ भी नहीं जानते
हैहयवंशी समाज राष्ट्रीय अध्यक्ष राम नारायण ताम्रकार ने कहा कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री सहस्त्रबाहु भगवान के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं. सहस्त्रबाहु भगवान ने रावण को पराजित किया था, व 6 माह रावण को बांध कर रखे थे. सहस्त्रबाहु भगवान की उतपत्ति विष्णु भगवान के सुदर्शन चक्र से हुई है. राम नारायण ताम्रकार ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बयान की कड़ी निंदा करते हुए उन्हें तत्काल माफी मांगने को कहा.

उन्होंने जानबूझ कर किया ऐसा
समाज के लोगों का आरोप है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा जानबूझकर भगवान सहस्त्रबाहु का अपमान किया गया और अपमानजनक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर प्रचारित किया गया. ये धार्मिक भावनाएं भड़काने का काम किया है. उन्होंने जानबूझ कर मिथ्या कथन के जरिए शांति भंग करने की कोशिश की है. अपने भगवान का अपमान समाज सहन नहीं करेगा.

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