ट्यूशन गई बच्ची घर नहीं लौटी: प्रशासन की लापरवाही और गड्ढों ने ली जान! लोगों में आक्रोश
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ट्यूशन गई बच्ची घर नहीं लौटी: प्रशासन की लापरवाही और गड्ढों ने ली जान! लोगों में आक्रोश

विदिशा में कोचिंग पढ़ने जा रही 12 वर्षीय छात्रा श्रेया चौबे पुत्री सावन चौबे निवासी बस स्टैंड विदिशा की गड्ढे में साइकिल का पहिया फंस जाने से असंतुलित होकर गिरने के बाद दुखद मृत्यु हो गई. इस घटना के बाद शहर के लोगों में आक्रोश है.

ट्यूशन गई बच्ची घर नहीं लौटी: प्रशासन की लापरवाही और गड्ढों ने ली जान! लोगों में आक्रोश

विदिशा: कोचिंग पढ़ने जा रही 12 वर्षीय छात्रा श्रेया चौबे पुत्री सावन चौबे निवासी बस स्टैंड विदिशा की गड्ढे में साइकिल का पहिया फंस जाने से असंतुलित होकर गिरने के बाद दुखद मृत्यु हो गई. श्रेया ने घटनास्थल पर ही दम तोड दिया था. बड़ा बाजार क्षेत्र के दुकानदार अनेकों बार इसकी शिकायत प्रशासन से कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसका नतीजा है की प्रशासन की लापरवाही से एक घर का चिराग बुझ गया.

घर से पढ़ने निकली, लेकिन लौटी नहीं बच्ची
बच्ची की परिजनों ने बताया कि बच्ची घर से 1:30 बजे साइकिल से गई थी. बड़े बाजार की पुलिया डाले गए जाल में साइकिल का अगला फंस गया. अनबैलेंस होकर गिर गई. उसको ऐसी चोट लगी कि उसने वहीं दम तोड़ दिया. परिजनों ने कहा कि विदिशा की सड़कों की हालत गड्ढों के कारण खराब है. अगर कंडीशन ऐसे ही बनी रही तो ऐसे ही हादसे होते रहेंगे. प्रशासन को इसके लिए कुछ सोचना चाहिए.

ऐसे हुई बच्ची की मौत
शहर के बड़ा बाजार चौराहे पर एक नाला है, जिसके ऊपर नगरपालिका ने बड़े बेतरतीव ढंग से स्लेव डाला था. उसमे जगह जगह गड्ढे हो गए है. कहीं-कहीं सरिया तक निकल आए है. स्लेव के बीच में एक जाली लगाई है, जिसके सरिये धंस गए है. इस जाली में फंसकर रोज दुर्घटनाएं होती है. संभवतः इसी जाली में फंसकर श्रेया की साइकिल असंतुलित हुई होगी, जो उसकी मृत्यु का कारण बनी.

स्थानीय दुकानदार कर चुके हैं कई बार शिकायत
स्थानीय दुकानदार रमेश रैकवार ने कहा कि हादसा बड़ा दुखद है. यह नगर पालिका प्रशासन, जिला प्रशासन और सरकार तीनों की लापरवाही की वजह से यह हुआ है. पूरे शहर की यही हालत है. गड्ढे नालियां और नाले लबालब भरा रहे हैं. ना जाने कितने लोग गिर रहे हैं उठ रहे हैं. उनकी खबरें तक नहीं आती हैं. इस बच्ची की शहादत से प्रशासन को सबक लेना चाहिए.

प्रत्यक्षदर्शी ऑटो चालक बच्ची को ले गया था अस्पताल
बच्ची के एक्सीडेंट को देखने वाले प्रत्यक्षदर्शी ऑटो चालक पप्पू पठान ने बताया कि इसी रोड से स्कूल की बच्ची जा रही थी. इस नाले के गड्ढे में साइकिल फंसने से अनबैलेंस हो गई और गिर पड़ी. बच्ची को ऑटो में लेकर मैं अस्पताल गया था. पप्पू पठान ने कहा कि यहां रोजाना दो-चार हादसे होते हैं. उन्होंने इसकी कई बार शिकायत की है, लेकिन प्रशासन से केवल आश्वासन मिलता है.

व्यापार महासंघ निकालेगा कैडल मार्च
बच्ची की मौत पर विदिशा व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष नीरज चौरसिया ने कहा कि 12 साल की बच्ची इस रैंप के कारण गड्ढे में उलझने से मौत हो गई. यहां का जिला प्रशासन नगर पालिका की नाकामी है. शहर को गड्ढे में तब्दील कर दिया है. इसलिए हम इनके खिलाफ हम कैंडल मार्च निकालेंगे और उस बच्ची के लिए श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे. कैंडल मार्च के माध्यम से सायद इस अंधे और बहरे गूंगे प्रशासन के  के कान में सायद जू रेंगे.

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