MP Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव समापन के साथ ही लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. बीजेपी 2019 में 28 सीटें जीतने के बाद इस बार 29 सीट के लिए प्लान बना रही है. विधानसभा की रिकवरी के लिए कांग्रेस ने पूरा जोर लगा दिया है. आइये समझते हैं चंबल की मुरैना लोकसभा सीट के समीकरण और इतिहास.
साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में यहां से बीजेपी अपने सांसद नरेंद्र सिंह तोमर को मैदान में उतारा. वो भारी मतों से विजय हुए. 2019 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र सिंह तोमर ने 541689 वोट यानी कुल मतदान का 47.63 फीसदी हासिल किया. उनसे मुकाबला कर रहे कांग्रेस के रामनिवास रावत को 428348 वोट यानी कुल मतदान का 37.66 फीसदी ही मिल पाया.
जिलेवार विधानसभाएं |
जिला |
विधानसभा |
श्योपुर |
श्योपुर |
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विजयपुर |
मुरैना |
सबलगढ़ |
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जोरा |
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सुमावली |
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मुरैना |
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दिमनी |
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अंबाह (एससी) |
एक अनार 100 बीमार
केंद्रीय मंत्री रहे नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा चुनाव लड़कर मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष बन गए हैं. इसके बाद यहां से कई दावेदार सामने आए. मुरैना लोकसभा सीट केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा, बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया भी दावेदारी कर सकते हैं.
इसके साथ ही कांग्रेस से इस सीट पर मुरैना लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के साथ ही पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह भी दावेदारी कर रहे हैं. इसके अलावा पूर्व विधायक राकेश मावई, कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत का नाम इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. 2019 में भी रामनिवास रावत इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं.
चुनावी इतिहास
मुरैना लोकसभा सीट पर 1952 से लेकर अभी तक 17 कुल 17 चुनाव हुए हैं. इसमें से मात्र 6 चुनाव ही कांग्रेस जीत पाई. जबकि, 9 चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपना परचम लगराया. वहीं 1967 में निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. जबकि, 1977 में जनता पार्टी छबिराम चुनाव जीतकर आए. पिछले 40 साल की बात करें तो यहां से कांग्रेस 2 चुनाव ही जीत पाई है. जबकि, भाजपा 1996 के बाद से लगातार यहां बनी हुई है.
लोकसभा का इतिहास |
साल |
सांसद |
पार्टी |
1984 |
कमोड़ी लाल जाटव |
कांग्रेस |
1989 |
छविराम अर्गल |
BJP |
1991 |
बाबूलाल जाटव |
कांग्रेस |
1996 |
अशोक अर्गल |
BJP |
1998 |
अशोक अर्गल |
BJP |
1999 |
अशोक अर्गल |
BJP |
2004 |
अशोक अर्गल |
BJP |
2009 |
नरेंद्र सिंह तोमर |
BJP |
2014 |
अनूप मिश्रा |
BJP |
2019 |
नरेंद्र सिंह तोमर |
BJP |
क्या है समीकरण?
मुरैना में दलित मतदाता करीब पौने तीन लाख, ब्राह्मण मतदाता करीब दो लाख, क्षत्रिय मतदाता करीब दो लाख, वैश्य करीब सवा लाख, मीणा रावत करीब सवा लाख और मुस्लिम करीब 80 से 90 हजार के आसपास हैं. कुल मिलाकर इलाके में दलित, ब्राह्मण और क्षत्रिय सबसे बड़े वोट बैंक हैं. इलाके में कुल मतदाताओं 1837723 में से 999047 पुरुष और 838613 महिला मतदाता हैं. जबकि63 वोट अन्य वर्ग के हैं.
इलाके की विधानसभा सीटों के परिणाम
साल 2023 के विधानसभा चुनाव में लोकसभा में आने वाली 8 सीटों में से बीजेपी ने 5 सीटों पर जीत हासिल की. जबकि, इस खास जिले में 3 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है. श्योपुर का दोनों सीट श्योपुर और विजयपुर से बाबू जंडेल, रामनिवास रावत ने जीत हासिल की है. जबकि, मुरैना की मुख्य सीट मुरैना से दिनेश गुर्जर ने जीत हासिल की.
विधानसभावार स्थिति |
विधानसभा |
विधायक |
पार्टी |
श्योपुर |
बाबू जंडेल |
कांग्रेस |
विजयपुर |
रामनिवास रावत |
कांग्रेस |
सबलगढ़ |
सरला वीरेंद्र रावत |
बीजेपी |
जोउरा |
पंकज उपाध्याय |
बीजेपी |
सुमावली |
एंदल सिंह कंसाना |
बीजेपी |
मुरैना |
दिनेश गुर्जर |
कांग्रेस |
दिमनी |
नरेंद्र सिंह तोमर |
बीजेपी |
अंबाह (एससी) |
देवेन्द्र सखवार |
बीजेपी |
बीजेपी कांग्रेस वोट शेयर वोट शेयर
2019 लोकसभा चुनाव में यहां से नरेंद्र सिंह तोमर बीजेपी- 541689 यानी 47 फीसदी और रामनिवास रावत कांग्रेस-428348 यानी 37.66 फीसदी वोट मिले. कुछ यही हाल 2014 के लोकसभा चुनाव में रहा. अनूप मिश्रा बीजेपी- 375567 यानी 44.21 फीसदी वोट हासिल कर पाए. वहीं BSP के बृंदावन सिंह ने 242586 यानी 28 फीसदी वोट हासलि किए.
वोटरों के आंकड़े
मुरैना में कुल वोटरों की संख्या 1837723 है. इसमें 999047 पुरुष और 838613 महिला मतदाता हैं. जबकि, 63 वोट अन्य वर्ग के हैं. 2019 में हुई मतगणना की बात करें तो इलाके में 1138734 वोट पड़े थे. यानी इलाके में कुल 61.77 वोट फीसदी वोट पड़े. इसमें से 2098 वोट नोट को डाले गए.