Chandra Darshan 2024: इस बार कब है चंद्र दर्शन, जानिए चांद देखने की डेट और शुभ मुहूर्त
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Chandra Darshan 2024: इस बार कब है चंद्र दर्शन, जानिए चांद देखने की डेट और शुभ मुहूर्त

Chandra Darshan 2024: माघ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन चंद्र दर्शन काफी ज्यादा अच्छा माना जाता है. अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर हैं तो इस दिन आप विधि विधान से चंद्र दर्शन कर सकते हैं. 

Chandra Darshan 2024: इस बार कब है चंद्र दर्शन, जानिए चांद देखने की डेट और शुभ मुहूर्त

Chandra Darshan 2024: हिंदू धर्म में पूजा- पाठ का विशेष महत्व होता है. इस धर्म में देवी देवताओं के साथ सूर्य, चंद्रमा, पृथ्वी और आकाश की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं में चंद्रमा को देवता माना गया है. माघ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन चंद्र दर्शन करना काफी अच्छा माना जाता है. इस साल कब होगा चंद्र दर्शन और इसका क्या महत्व है आइए जानते हैं. 

कब करें दर्शन
माघ महीने में चंद्र दर्शन का समय 11 फरवरी दिन रविवार को शाम 6 बजकर 8 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 37 मिनट तक है. यह समय चंद्र दर्शन के लिए काफी ज्यादा शुभ होगा. इस समय आप चंद्र देव का दर्शन कर सकते हैं.  चंद्र दर्शन करने के लिए 1 घंटे 29 मिनट का समय आपके पास होगा. 

चंद्र दर्शन पूजा विधि
 चंद्र दर्शन के लिए दर्शन के मुहूर्त से पहले स्नान करने के बाद सफेद वस्त्र धारण करें. इसेक बाद विधि विधान से पूजा करें. शाम के समय चंद्रोदय के समय  "ॐ सोम सोमाय नमः" मंत्र का जाप करते हुए चंद्रमा को गंगाजल और गाय के कच्चे दूध का अर्घ्य दें. साथ ही इन्हें धूप दिखाएं और खीर का भोग लगाएं. ऐसा करने से चंद्र देव की कृपा से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.

चंद्र दर्शन का महत्व 
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र देव को ज्ञान, बुद्धि, ऐश्वर्य और मन का स्वामी ग्रह माना जाता है. चंद्र दर्शन यानि हर माह पड़ने वाली अमावस्या के अगले दिन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन चंद्र दर्शन करने से चंद्र देव की विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है. यदि आपके कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो आप इस दिन चंद्र यंत्र की पूजा करें. साथ ही साथ चंद्र दर्शन के दिन इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं. 

चंद्र देव वैदिक मंत्र
ॐ इमं देवा असपत्नं ग्वं सुवध्यं. 
महते क्षत्राय महते ज्यैश्ठाय महते जानराज्यायेन्दस्येन्द्रियाय इमममुध्य पुत्रममुध्यै
पुत्रमस्यै विश वोsमी राज: सोमोsस्माकं ब्राह्माणाना ग्वं राजा

चंद्र देव का बीज मंत्र
ऊॅँ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्राय नम:

(पूजा विधि से जुड़ी हुई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है, इससे अपनाने से पहले ज्योतिष के जानकारों की सलाह जरूर लें)

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