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गोलियों की गूंज से थर्रा उठा बीजापुर, पेड़ों पर चस्पा हुए निशान, जवानों ने 13 नक्सलियों को भूना, सामने आईं तस्वीरें

पवन दुर्गम/बीजापुर:  ज़िले के कोरचोली और लेंड्रा में हुई मुठभेड़ में 13 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मारा गिराया है. जानकारी के मुताबिक़ एक हज़ार से ज़्यादा की तादाद में सुरक्षाबलों के संयुक्त दस्ते ने सुबह चार बजे नक्सलियों पर धावा बोल दिया. नक्सलियों पर छत्तीसगढ़ में ये पहला हमला था, जिसने PLGA के बड़े कैडर के नक्सली मारे गये हैं. वहीं पुलिस ने 13 में से 11 नक्सलियों के शवों की शिनाख़्ती कर ली है.

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बीजापुर ज़िले में DRG, सीआरपीएफ कोबरा और STF की एक हजार से ज़्यादा संख्या में जवानों ने 2 अप्रैल को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 13 नक्सलियों को मार गिराया. 

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ये हमला कोरचोली गांव से कुछ दूर खेतों के पास हुआ. इस एनकाउंटर में पूरा जंगल गोलियों की तड़ताहट से गूंज उठा. मुठभेड़ के बाद खाली गोलियो के खोखे और पेड़ पर लगे गोलियों के निशानों से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि मुठभेड़ कैसी और कितनी भयंकर रही होगी.

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एनकाउंटर में चली गोलियों के निशान बरगद के पेड़ों पर चस्पा हो गये हैं. मौत की ये गोलियां बरगद की खाल को भेदे कोरचोली में मौजूद हैं. 

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खेत में रखी सोलर प्लेट भी गोली की चोट से नहीं बच सकी. घंटों चली इस पुलिस नक्सली मुठभेड़ में कोरचोली में चार नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया.

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कोरचोली से कुछ दूर लेंड्रा की पहाड़ियों में दूसरी मुठभेड़ शुरू हुई. लेंड्रा में भी नक्सलियों बड़ी संख्या में मौजूदगी थी. लेंड्रा में हुई मुठभेड़ में 9 नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया. इस पूरे मुठभेड़ में नक्सलियों पर जवान भारी पड़ते दिखे. नक्सलियों की मज़बूत कोह में घुसकर जवानों ने बड़ी सफलता हासिल की.

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पुलिस ने 13 में से 11 नक्सलियों के शवों की शिनाख़्ती कर ली है. बाक़ी दो शवों की अभी शिनाख्त की जा रही है. जिनकी शिनाख्त हुई है उनमें अब तक कुल 13 माओवादियों के शव में से 11 की शिनाख्तगी हुई है.

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वहीं जब जवानों और नक्सलियों के बीच कोरचोली में मुठभेड़ शुरू हुई, उसी दरमियान कोरचोली गांव का एक ग्रामीण डर की वजह से घर से दूर जंगलों में भाग गया और पेड़ पर चढ़ गया. 

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सुबह चार बजे शुरू हुई मुठभेड़ पूरे दिन रुककर जारी रहा. गोलियों की आवाज़ से डरा पप्पू पेड़ पर ही चढ़ा रहा. ग्रामीणों ने बताया कि फायरिंग के दौरान भागकर करीब 50 घंटे से ज़्यादा वक्त तक भूखे-प्यासे रहने की वजह से पप्पू कट्टम की मौत हो गई.

 

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नक्सलियों के शव के साथ जवानों ने अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किया है.

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नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में बीजीएल सेल्स, लॉन्चर हथियार और एक्सप्लोसिव के साथ ही नक्सलियों का दैनिक सामान भी बरामद किया है.