Chawal Wale Baba: धीरेंद्र शास्त्री के बाद आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री चर्चा में, चावल से बता रहें भूत, भविष्य और वर्तमान
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Chawal Wale Baba: धीरेंद्र शास्त्री के बाद आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री चर्चा में, चावल से बता रहें भूत, भविष्य और वर्तमान

Chawal Wale Baba: बागेश्वर धाम के आचार्च धीरेंद्र शास्त्री के बाद छत्तीसगढ़ के आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री चर्चा इन दिनों चर्चा का विषय बन गए हैं. ये बाबा लोगों के द्वारा ले गए चावल को देखकर उनका भूत, भविष्य और वर्तमान बता देते हैं. साथ ही उनकी समस्या का समाधान भी बताते हैं. 

Chawal Wale Baba: धीरेंद्र शास्त्री के बाद आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री चर्चा में, चावल से बता रहें भूत, भविष्य और वर्तमान

जितेंद्र कंवर/सक्ती: मध्य प्रदेश के छतरपुर बागेश्वर धाम (bageshwar dham) के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री (dhirendra shastri) अपने चमत्कार के कारण काफी लोकप्रिय हुए हैं. इन दिनों मीडिया से लेकर हर तरफ इनकी चर्चा जोरों पर है. इनकी लोकप्रियता अभी कम नहीं हुई है, कि वहीं छत्तीसगढ़ के आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री (acharya narendra nayan shastri) भी अपने चमत्कार के चलते इन दिनों चर्चा का विषय बन गए हैं. ये लोगों के द्वारा लाए गए चावल को देखकर उनका भूत भविष्य बताते हुए उनके समस्या का समाधान करते हैं. आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री चाय वाले बाबा एवं चावल वाले बाबा (chawal wale baba) के नाम से प्रदेश सहित पूरे देश भर में लोकप्रिय हैं. 

चावल और फूल देखकर बताते हैं समस्या और उसका समाधान
हाल ही में आचार्य धीरेंद्र शास्त्री अपने चमत्कार के कारण काफी लोकप्रिय हुए हैं, जिसके बाद अब छत्तीसगढ़ के रहने वाले आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री की लोकप्रियता भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. दूर-दूर से लोग अपनी समस्या का समाधान पाने के लिए चावल वाले बाबा के पास पहुंच रहे हैं. आचार्य नरेंद्र शास्त्री के पास लोग अपने घर से एक मुट्ठी चावल और लाल रंग के मदार का फूल लेकर जाते हैं. जिसे देखकर आचार्य नरेंद्र उनका नाम जन्म तिथि एवं उनकी समस्याएं उन्हें तत्काल बता देते हैं. साथ ही उनकी समस्याओं का समाधान भी उनको बताते हैं.

18 सालों से किया है भोजन का त्याग
भगवताचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री पिछले 18 सालों से भोजन का त्याग कर दिया है. वह केवल लाल चाय और पानी पीकर ही जीवन जी रहे हैं. इस रहस्य को लेकर हमने उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि यह फैसला उन्होंने हठधर्मिता के कारण लिया है. उसके पीछे की कहानी कि कहानी बताते हुए आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री बताते हैं, कि बचपन में वह और उनका परिवार काफी गरीब था. उनकी मां दूसरों के खेत में काम करके उनको बनारस पढ़ाई के लिए पैसे भेजा करती थी. अपनी आर्थिक स्थिति को देखकर उन्होंने भोजन का त्याग कर दिया और केवल पानी और चाय पीकर ही जीवन यापन करने का निश्चय लिया जो आज सालों बाद भी जारी है.

 281 कुंवारी कन्याओं के शादी में कर चुके हैं सहयोग
आचार्य नरेंद्र शास्त्री अपने चमत्कार और सिद्धि के लिए तो जाने जाते ही हैं, साथ ही उनके एक सराहनीय कार्य उनको लोगों के दिलों में बसा दिया है. आचार्य नरेंद्र बताते हैं कि वह जहां भी पूजा-पाठ भागवत के लिए जाते हैं, वहां जो भी चढ़ावा आता है, जो भी पैसे मिलते हैं, जो भी सामान वहां चढ़ता है, वह उसी गांव के निर्धन कन्या को दान देकर आ जाते हैं. अपने साथ वहां से कुछ नहीं लाते हैं. अभी तक उन्होंने 281 कुंवारी कन्याओं को उनकी शादी के लिए सहयोग किया है.

धीरेंद्र शास्त्री का किया समर्थन
आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री से आम लोगों के अलावा बड़े-बड़े राजनेता भी अपनी राजनीति को लेकर उनसे भविष्यवाणी करवाते हैं. नरेंद्र नयन शास्त्री का दावा है कि उन्होंने आज तक जितने भी चुनावी भविष्यवाणी की है वह सच निकली है. हालांकि आचार्य नरेंद्र ने अपने राजनेता भक्तों का नाम मीडिया के सामने उजागर नहीं किया. हाल ही में देश विदेश में चर्चा में आए धीरेंद्र शास्त्री को लेकर आचार्य नरेंद्र कहते हैं कि उनके चमत्कार के बारे में तो वह कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन आचार्य धीरेंद्र शास्त्री जिस प्रकार हिंदुत्व को बढ़ाने का कार्य कर रहे .हैं उसको लेकर आचार्य नरेंद्र शास्त्री ने भी उसका समर्थन किया.

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(नोट-  इस लेख में दी गई जानकारी आचार्य नरेंद्र नयन शास्त्री के द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित है. zee media किसी भी अंधविश्वास का समर्थन नहीं करता है.)

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